प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 मई 2018 को जम्मू-कश्मीर में एशिया की सबसे लंबी ज़ोजिला सुरंग का शिलान्यास किया. ये सुरंग लगभग 6,800 करोड़ रुपये की लागत से बनेगी, जो एशिया की सबसे लंबी दो तरफा यातायात सुविधा वाली सुरंग होगी.
प्रधानमंत्री ने लेह में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत की. उन्होने इसमें लद्दाख क्षेत्र के महान समाजसेवी, दार्शनिक और राजनीतिज्ञ कुशाक बकूला के सौवीं जयंती समारोह के समापन सत्र में भी गए.
जोजिला सुरंग |
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मिलेगा प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रोज़गार:
- सुरंग के निर्माण से इस क्षेत्र के चौतरफा आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक एकीकरण की उम्मीद है.
- निर्माण के दौरान प्रत्यक्ष नौकरियां सृजित होने के साथ, आर्थिक वृद्धि में तेजी के कारण इससे बड़े पैमाने पर अप्रत्यक्ष और अनपेक्षित नौकरियां मिलेंगी.
- सरकार जम्मू-कश्मीर में सुरंग बनाने से जुड़ी नौकरियों के लिए कुशल श्रम-बल के विकास के लिए प्रतिबद्ध है.
- इस परियोजना का रणनीतिक और सामाजिक-आर्थिक महत्व है और यह जम्मू-कश्मीर के आर्थिक रूप से पिछड़े जिलों के विकास में साधक होगा.
सुरंग के निर्माण से लोगों को होने वाले फायदे:
- इस सुरंग के निर्माण से श्रीनगर, कारगिल और लेह के बीच हर मौसम में संपर्क प्रदान किया जा सकेगा.
- यह मार्ग वर्ष के अधिकांश हिस्से में बर्फ से ढका रहता है और अक्सर यहां बर्फीले तूफान आते हैं. इसके कारण लद्दाख क्षेत्र के स्थानों के लिए सड़क संपर्क में लम्बे समय तक बाधा आती है,जिससे लोगों तक आवश्यक आपूर्ति पहुंचाने में दिक्कत आती है, व्यवसाय ठप्प हो जाता है, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा प्रभावित होती है.
- इस सुरंग के बन जाने से हर मौसम में इस क्षेत्र के लोगों को संपर्क प्रदान कर राहत दी जा सकेगी. इससे जोजिला दर्रे को पार करने के लिए वर्तमान में लगने वाले साढ़े तीन घंटे की अवधि सिर्फ 15 मिनट रह जाएगी और गाड़ी चलाना सुरक्षित और सुविधाजनक हो जाएगा.
श्रीनगर और जम्मू में रिंग रोड का शिलान्यास:
प्रधानमंत्री ने श्रीनगर और जम्मू में रिंग रोड का भी शिलान्यास किये. श्रीनगर और जम्मू में रिंग रोड का उद्देश्य इन शहरों में यातायात की भीड़भाड़ को कम करना और सड़क यात्रा को सुरक्षित, तेज, अधिक सुविधाजनक तथा अधिक पर्यावरण अनुकूल बनाना है.
श्रीनगर: चार लेन वाली 42.1 किलोमीटर लम्बी श्रीनगर रिंग रोड पश्चिमी श्रीनगर के गालांदर से संभल को जोड़ेगी. परियोजना की लागत 1860 करोड़ रुपये है. इसके बन जाने से श्रीनगर से करगिल और लेह के मध्य नया वैकल्पिक मार्ग बन जाएगा और यात्रा में लगने वाला समय भी कम होगा.
जम्मू: चार लेन वाली 58.25 किलोमीटर लम्बी जम्मू रिंग रोड 2023.87 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही है. यह पश्चिमी जम्मू के जागती को रायमोड़ से जोड़ेगी. इस रिंग रोड में आठ बड़े ब्रिज, 6 फ्लाइओवर, 2 सुरंग और 2 मार्ग सेतु का निर्माण किया जाएगा.
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