प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 03 जुलाई 2020 को सुबह लद्दाख के लेह पहुंचे हैं. उनकी यह यात्रा पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ भारतीय जवानों की हिंसक झड़प के बाद हो रही है. भारत-चीन (India China) तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हालात का जायजा लेने स्वयं लेह पहुंचे हैं. उनके साथ CDS जनरल बिपिन रावत भी हैं.
जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी सुरक्षा का जायजा भी लेंगे. प्रधानमंत्री मोदी घायल जवानों से भी मुलाकात करेंगे. लेह पहुंचते ही प्रधानमंत्री मोदी ने वायु सेना, थल सेना और ITBP के जवानों से मुलाकात की. प्रधानमंत्री मोदी के साथ इस दौरे पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ एम एम नरवणे भी मौजूद रहे.
PM Narendra Modi is accompanied by Chief of Defence Staff General Bipin Rawat and Army Chief MM Naravane in his visit to Ladakh. pic.twitter.com/jIbKBPZOO8
— ANI (@ANI) July 3, 2020
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया
प्रधानमंत्री मोदी के लद्दाख दौर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि भारतीय सेना के रहते देश की सीमाएं हमेशा सुरक्षित रही हैं. प्रधानमंत्री मोदी का लद्दाख जाकर सेना के जवानों से भेंट करके उनका उत्साहवर्धन करने से सेना का मनोबल और ऊंचा हुआ है. मैं प्रधानमंत्री जी के इस कदम की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद देता हूं.
भारतीय सेना के रहते देश की सीमाएँ हमेशा सुरक्षित रही हैं।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 3, 2020
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi का आज लद्दाख़ जाकर सेना के जवानों से भेंट करके उनका उत्साहवर्धन करने से निश्चित रूप से सेना का मनोबल और ऊँचा हुआ है।मैं प्रधानमंत्रीजी के इस कदम की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद देता हूँ।
दोनो तरफ से भारी संख्या में सैनिकों की तैनाती
दोनो तरफ से भारी संख्या में सैनिकों की तैनाती की जा रही है. भारतीय सेनाओं ने भी चौतरफा अग्रिम मोर्चे पर टैंकों के साथ हथियारों की तैनाती में इजाफा कर दिया है.
#WATCH Prime Minister Narendra Modi briefed by senior officials in Nimmoo, Ladakh pic.twitter.com/uTWaaCwUVL
— ANI (@ANI) July 3, 2020
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में क्या कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 03 जुलाई को सुबह अचानक लेह पहुंचे और उन्होंने वहां सीमा पर तैनात सैनिकों को संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा है कि 14 कोर की जांबाजी के किस्से हर तरफ़ हैं. दुनिया ने आपका अदम्य साहस देखा है. आपकी शौर्य गाथाएं घर-घर में गूंज रही है.
पृष्ठभूमि
इस क्षेत्र में वास्तविक सीमा रेखा पर भारत व चीन के बीच करीब सात हफ्तों से तनाव जारी है. दोनों देशों के बीच स्थिति 15 जून को इतनी बिगड़ गई थी कि गलवन घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. इस दौरान चीन के भी 40 से अधिक सौनिक मारे गए थे.
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