18th ASEAN-India Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसियान शिखर सम्मेलन में क्या कहा, जानें विस्तार से

Oct 28, 2021, 16:57 IST

18th ASEAN-India Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों के संगठन आसियान (एएसईएएन) की एकता और केन्द्रीयता भारत के लिए हमेशा प्राथमिकता रही है. 

PM Modi to attend 18th ASEAN-India summit virtually
PM Modi to attend 18th ASEAN-India summit virtually

18th ASEAN-India Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 अक्टूबर 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 18वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में भाग लिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि 2022 में, हमारी साझेदारी 30 साल पूरे करेगी और भारत भी अपनी आजादी के 75 साल पूरे करेगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों के संगठन आसियान (एएसईएएन) की एकता और केन्द्रीयता भारत के लिए हमेशा प्राथमिकता रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की हिंद-प्रशांत महासागर पहल (आईपीओआई) और हिंद प्रशांत के लिए आसियान का दृष्टिकोण इस क्षेत्र में उनके साझे नजरिए एवं आपसी सहयोग की रूपरेखा हैं.

भारत और आसियान की साझेदारी

प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2022 में भारत और आसियान की साझेदारी को 30 वर्ष पूरे हो जाएंगे और इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को ‘आसियान-भारत मित्रता वर्ष’ के रूप में मनाया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 के प्रकोप के बीच आपसी सहयोग भारत और आसियान के संबंधों को भविष्य में मजबूत करता रहेगा.

आसियान-भारत की रणनीतिक साझेदारी

इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में आसियान-भारत रणनीतिक साझेदारी, कोविड-19 व स्वास्थ्य, व्यापार, शिक्षा व संपर्क सहित अन्य प्रमुख क्षेत्रों में हुई प्रगति की समीक्षा की जाएगी. यह सम्मेलन प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है जो आसियान व भारत को शीर्ष स्तर पर संवाद का मौका प्रदान करता है.

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन

पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन भारत-प्रशांत क्षेत्र में अहम रणनीतिक मुद्दों और क्षेत्र में एक प्रमुख विश्वास-निर्माण तंत्र पर चर्चा करने हेतु एक प्रमुख नेतृत्व-प्रधान मंच है. पूर्वी एशिया के रणनीतिक और भौगोलिक अभ्युदय में इस मंच ने महत्वपूर्ण भमिका निभाई है. इसमें 10 आसियान देशों के सदस्यों के अतिरिक्त भारत, चीन, जापान, कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका और रूस शामिल हैं.

17वें आसियान सम्मेलन

प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल नवंबर में 17वें आसियान सम्मेलन में हिस्सा लिया था. पीएमओ ने कहा कि आसियान-भारत साझेदारी साझा भौगोलिक, ऐतिहासिक और सभ्यता के मजबूत आधारों पर आधारित है. आसियान समूह शुरू से भारत की ‘एक्ट ईस्ट नीति’ और हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर व्यापक दृष्टिकोण का मूल केंद्र रहा है.

आसियान का उद्देश्य

आसियान का उद्देश्य साझे हित एवं चिंता के राजनैतिक एवं सुरक्षा मुद्दों पर रचनात्मक संवाद को बढ़ावा देना और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में विश्वास बहाली एवं निरोधात्मक राजनय की दिशा में किए जाने वाले प्रयासों में अहम योगदान देना है.

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आसियान की स्थापना

आसियान की स्थापना आसियान के संस्थापक सदस्यों, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपीन्स, सिंगापुर और थाईलैंड द्वारा आसियान घोषणा (बैंकॉक घोषणा) पर हस्ताक्षर किए जाने के साथ ही 8 अगस्त, 1967 को बैंकॉक की राजधानी थाइलैंड में की गई थी. ब्रुनेई साल 1994 में, वियतनाम साल 1995 में, लाओ पीडीआर तथा म्यांमार साल 1997 में और बाद में कंबोडिया इस समूह में शामिल हुए जिसके फलस्वरूप आसियान के सदस्य देशों की संख्या 10 हो गई.

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Vikash Tiwari is an content writer with 3+ years of experience in the Education industry. He is a Commerce graduate and currently writes for the Current Affairs section of jagranjosh.com. He can be reached at vikash.tiwari@jagrannewmedia.com
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