Pm Modi In Kedarnath Dham: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 05 नवंबर 2021 को आदि शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ में शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की और द्रष्टा की समाधि पर आदि गुरु शंकराचार्य की 12 फुट की प्रतिमा का अनावरण किया. लगभग 35 टन वजनी शंकराचार्य की प्रतिमा पर काम साल 2019 में शुरू हुआ था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूजा-अर्चना के बाद केदारनाथ धाम की परिक्रमा की. पीएम मोदी आज केदरानाथ में हैं. प्रधानमंत्री इस दौरे के दौरान केदारनाथ में 400 करोड़ रुपये से अधिक के कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी करेंगे. पीएम मोदी ने भगवान केदार का रुद्राभिषेक कर उनकी आरती की. प्रधानमंत्री मोदी ने इग्लू हट में केदारपुरी में विकास कार्यों पर आधारित संक्षिप्त समीक्षा की.
Prime Minister Narendra Modi pays obeisance to Lord Shiva at Kedarnath temple in Uttarakhand pic.twitter.com/V9gIdrrgTo
— ANI (@ANI) November 5, 2021
5वीं बार केदारनाथ धाम पहुंचे पीएम
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ आपदा के बाद से अब तक चार बार केदार धाम पहुंच चुके हैं. अब वे पांचवी बार केदार बाबा के दरबार में पहुंच हैं.
PM पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया
उत्तराखंड में साल 2013 में आई बाढ़ और त्रासदी में आठवीं शताब्दी के आदि गुरु की प्रतिमा नष्ट हो गई थी, जिसे पुनर्निर्मित किया गया है. प्रधानमंत्री ने आदि गुरु की मूर्ति का शिलान्यास करने के बाद केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने कुछ और पुनर्निर्माण कार्यों का भी लोकार्पण और शिलान्यास किया.
आदि शंकराचार्य ने यहाँ ली थी समाधि
आदि शंकराचार्य ने केदारनाथ में समाधि ली थी. उनके समाधिस्थल पर पुर्ननिर्माण का काम किया गया. इसके अतिरिक्त यहां आदिगुरु शंकराचार्य की 35 टन वजनी मूर्ति को भी स्थापित कर दिया गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने इसका अनावरण किया. आदि गुरू शंकराचार्य की मूर्ति समाधि स्थल पर 12 फीट ऊंची और 35 टन वजनी है जो कि कर्नाटक के मैसूर में बनाई गई है. इसे सितंबर में चिनूक से लाया गया था.
Prime Minister Narendra Modi unveils the statue of Shri Adi Shankaracharya at Kedarnath in Uttarakhand pic.twitter.com/7yX0Ft7fOO
— ANI (@ANI) November 5, 2021
केदारनाथ धाम: एक नजर में
केदारनाथ धाम 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. यह उत्तराखंड में स्थित चार धामों में से एक है. आदि शंकराचार्य ने ही मंदिर का जीर्णोद्धार कराया गया था. अभी जो केदारनाथ मंदिर है, वह पांडवों के मंदिर के बगल में स्थित है. केदारनाथ धाम में हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं. इस धाम के कपाट हर वर्ष अप्रैल या मई में खोले जाते हैं और भैयादूज पर्व पर बंद कर दिए जाते हैं. मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित, केदारनाथ मंदिर चार प्राचीन तीर्थ स्थलों में से एक है जिसे 'चार धाम यात्रा' कहा जाता है, जिसमें यमुनोत्री, गंगोत्री और बद्रीनाथ भी शामिल हैं.
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