राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ ही संसद का बजट सत्र शुरू हो गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने अभिभाषण में कहा कि यह दशक भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इस दशक में, हमारी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होंगे.
यह साल का पहला संसदीय सत्र है. इस सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से हुई है. राष्ट्रपति ने संयुक्त सत्र को ससंद के केंद्रीय कक्ष में संबोधित करते हुए सरकार की उपलब्धियों तथा आजामी वर्ष की योजनाओं को देशवासियों के साथ साझा किया. राष्ट्रपति ने कहा कि इस दशक को भारत का दशक तथा सदी को भारत की सदी बनाने हेतु नींव रखी जा चुकी है.
राष्ट्रपति के अभिभाषण की दस मुख्य बड़ी बातें
जमीनी स्तर पर किए गए सुधार: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि सरकार द्वारा पिछले पांच वर्षों में जमीनी स्तर पर किए गए सुधारों का ही परिणाम है कि अनेक क्षेत्रों में भारत की अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में अभूतपूर्व सुधार आया है.
सबका साथ, सबका विकास: राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार, 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' के मंत्र पर चलते हुए, पूरी ईमनदारी से काम कर रही है.
अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35(ए): राष्ट्रपति ने कहा कि संसद के दोनों सदनों द्वारा दो तिहाई बहुमत से संविधान के अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35(ए) को हटाया जाना, न सिर्फ ऐतिहासिक है बल्कि इससे जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख के समान विकास का भी मार्ग प्रशस्त हुआ है.
करतारपुर कॉरीडोर: उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ने रिकॉर्ड समय में करतापुर साहिब कॉरिडोर का निर्माण करके गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर इसे राष्ट्र को समर्पित किया.
मलिकाना अधिकार: उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्ली में रहने वाले 40 लाख लोगों को मालिकाना हक और गरिमापूर्ण जीवन जीने का अधिकार दिलाया.
घर-घर तक शुद्ध पेजयल पहुंचाना: राष्ट्रपति ने कहा कि आज भी देश के ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 15 करोड़ घर ऐसे हैं, जहां पाइप से पानी की सप्लाई नहीं होती है. मेरी सरकार ने देश के गांवों में, हर घर तक पर्याप्त मात्रा में शुद्ध पेय जल पहुंचे, इसके लिए जल जीवन मिशन शुरू किया है.
हज कोटे में इजाफा: उन्होंने कहा कि मेरी सरकार के विशेष आग्रह पर सउदी अरब ने हज कोटा में वृद्धि की थी जिस कारण से इस बार रिकार्ड दो लाख भारतीय मुस्लिमों ने हज में इबादत की. उन्होंने कहा कि भारत पहला ऐसा देश है जिसमें हज की पूरी प्रक्रिया डिजिटल और ऑनलाइन की है.
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए): राष्ट्रपति ने कहा कि विभाजन के बाद बने माहौल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि 'पाकिस्तान के हिंदू और सिख, जो वहां नहीं रहना चाहते, वे भारत आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि संसद के दोनों सदनों द्वारा नागरिकता संशोधन कानून बनाकर, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की इच्छा को पूरा किया गया है.
संसद में रिकॉर्ड: उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि पिछले सात महीनों में संसद ने काम करने के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं. इस लोकसभा के पहले सत्र में, सदन द्वारा कार्य निष्पादन, पिछले सात दशकों में एक नया और महत्वपूर्ण रिकॉर्ड रहा है.
पांच ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य: उन्होंने कहा कि मेरी सरकार भारत की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके लिए सभी स्टेकहोल्डर्स (हितधारक) से बातचीत करके अर्थव्यवस्था में हर स्तर पर काम किया जा रहा है.
बोडो समस्या: राष्ट्रपति ने कहा कि पाँच दशकों से चली आ रही बोडो समस्या को समाप्त करने हेतु केंद्र और असम सरकार ने हाल ही में बोडो संगठनों के साथ ऐतिहासिक समझौता किया है. इस समझौते से, ऐसी जटिल समस्या, जिसमें चार हजार से ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई, उसका समाधान निकला है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation