प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को नए संसद भवन के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया. पीएम मोदी ने भूमि पूजन के अवसर पर बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के समय किस तरह से एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में भारत के अस्तित्व पर संदेह जताया गया था.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पुराने भवन में देश की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए काम हुआ, तो नए भवन में 21वीं सदी के भारत की आकांक्षाएं पूरी की जाएंगी. उन्होंने कहा कि पुराने संसद भवन ने स्वतंत्रता के बाद के भारत को दिशा दी, तो नया भवन आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का गवाह बनेगा.
#WATCH Prime Minister Narendra Modi lays foundation stone of New Parliament Building in Delhi pic.twitter.com/gF3w7ivTDe
— ANI (@ANI) December 10, 2020
अत्याधुनिक सुविधाओं की व्यवस्था नहीं
सरकार और अधिकारियों के मुताबिक संसद के बढ़ते काम के कारण एक नई इमारत के निर्माण की ज़रूरत महसूस की गई. अभी का संसद भवन ब्रिटिश दौर में बना था जो लगभग 100 वर्ष पुराना है और उसमें जगह और अत्याधुनिक सुविधाओं की व्यवस्था नहीं है.
कब तैयार हो जाएगी नई इमारत?
लोकसभा सचिवालय के मुताबिक ऐसी उम्मीद की जा रही है कि नया संसद भवन अक्तूबर 2022 तक बन जाएगा. काम दिसंबर 2020 में शुरू करने की उम्मीद जताई गई है.
मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित
हालाँकि इसके निर्माण का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. कोर्ट ने अभी केवल आधारशिला रखने की इजाज़त दी है. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को इस बात का भरोसा दिया है कि इससे संबंधित याचिकाओं पर जब तक सुप्रीम कोर्ट अपना फ़ैसला नहीं दे देती तब तक सरकार किसी भी तरह के निर्माण या तोड़-फोड़ का काम नहीं करेगी.
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— ANI (@ANI) December 10, 2020
नए संसद भवन के निर्माण पर कितना ख़र्च होगा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ संसद की नई इमारत बनाने की लागत लगभग 971 करोड़ रुपये होगी. नई इमारत बनाने का ठेका टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को मिला है. उसने सितंबर 2020 में 861.90 करोड़ रुपये की बोली लगाकर ये ठेका हासिल किया था. इस प्रोजेक्ट का खाका गुजरात स्थित एक आर्किटेक्चर फ़र्म एचसीपी डिज़ाइन्स ने तैयार किया है.
नया संसद भवन कितना बड़ा होगा
अधिकारियों के मुताबिक संसद के नए भवन में निचले सदन लोक सभा के 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गई है. नई इमारत में लोक सभा भूतल में होगी. वहीं उच्च सदन राज्य सभा के 384 सदस्य इसमें बैठ सकेंगे. ऐसा भविष्य में सांसदों की संख्या में वृद्धि को ध्यान में रखकर किया गया है.
भारत में अभी लोक सभा में 543 और राज्य सभा में 245 सीटें हैं. नए संसद भवन की संयुक्त बैठक के दौरान वहाँ 1272 सदस्य बैठ सकेंगे. इस पूरे प्रोजेक्ट का निर्माण क्षेत्र 64,500 वर्ग मीटर होगा. यह मौजूदा संसद भवन से 17,000 वर्ग मीटर अधिक होगा.
मंत्रालय के अनुसार, नया संसद भवन अत्याधुनिक, तकनीकी सुविधाओं से युक्त होगा. सोलर सिस्टम से ऊर्जा बचत भी होगी. मौजूदा संसद भवन से सटी त्रिकोणीय आकार की नई इमारत सुरक्षा सुविधाओं से लैस होगी. नए भवन की सज्जा में भारतीय संस्कृति, क्षेत्रीय कला, शिल्प और वास्तुकला की विविधता का समृद्ध मिलाजुला स्वरूप होगा.
मौजूदा संसद भवन का क्या होगा?
अधिकारियों के मुताबिक मौजूदा संसद भवन का इस्तेमाल संसदीय आयोजनों के लिए किया जाएगा. 566 मीटर व्यास वाले संसद भवन का निर्माण साल 1921 में शुरू हुआ था. ये छह साल में बनकर तैयार हुआ था. ब्रिटिश काल के इस संसद भवन का डिज़ाइन एडविन लुटियंस हर्बर्ट बेकर ने बनाया था.
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