प्रॉपटाइगर डॉट कॉम और हाउसिंग डॉट कॉम दोनों कंपनियों ने 10 जनवरी 2017 को विलय की घोषणा की. इससे ऑनलाइन रीयल्टी सेवा क्षेत्र में एकीकरण और सुदृढीकरण की शुरूआत होगी.
विलय के बाद प्रॉपटाइगर डॉट कॉम देश में ऑनलाइन रीयल एस्टेट सेवा देने वाली सबसे बड़ी कंपनी बन जायेगी. दोनों कंपनियों ने यह फैसला देश में रियल एस्टेट सर्विस को बढ़ावा देने के साथ वर्तमान में इस क्षेत्र में चल रही मंदी को देखते हुए किया है.
विलय के मुख्य तथ्य-
- नई संयुक्त कंपनी ने बाजार से 5.50 करोड़ डालर (लगभग 375 करोड़ रुपए) का निवेश भी जुटाने का लक्ष्य भी निर्धारित किया है.
- प्रॉपटाइगर डॉट कॉम को न्यूजकार्प का समर्थन और हाउसिंग डॉट कॉम को साफ्टबैंक का समर्थन प्राप्त है.
- कंपनी द्वारा जारी की गयी विज्ञप्ति के अनुसार इस समझौते के बाद बनने वाले संयुक्त उद्यम में आरईए ग्रुप लिमिटेड 5 करोड़ डालर का निवेश करेगा.
- हाउसिंग डॉट कॉम की सहयोगी साफॅटबैंक ग्रुप कार्प भी 50 लाख डालर का निवेश करेगी.
न्यूजकॉर्प के पास चेयरमैन का पद-
- प्रापटाइगर डॉट कॉम में न्यूजकार्प सबसे बड़ी शेयरधारक बनी हुई है. न्यूजकार्प की आरईए ग्रुप में भी 61.6 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
- दोनों कंपनियों के विलय के बाद बनने वाले संयुक्त उद्यम में आरईए और सॉफ्टबैंक के प्रतिनिधि बोर्ड में शामिल किए जाएंगे.
- कंपनी चेयरमैन का पद न्यूजकार्प अपने पास ही रखेगी.
ध्रुव अग्रवाल बनेंगे सीईओ-
- प्रापटाइगर के सह-संस्थापक और सीईओ ध्रुव अग्रवाल को नई कंपनी का सीईओ नियुक्त किया जाएगा.
- हाउसिंग डॉट कॉम के सीईओ जसोन कोठारी फरवरी तक नये संयुक्त उद्यम में सलाहकार के पद पर बने रहेंगे.
- हाउसिंग डॉट कॉम के सीईओ जसोन कोठारी ने भारतीय इंटरनेट क्षेत्र में नए अवसरों की तलाश काकरने की घोषणा की है.
- विलय के बाद नए संयुक्त उद्यम में प्रॉप टाइगर, हाउसिंग डॉट कॉम और मकान डॉट कॉम सभी की समर्थन और मजबूती होगी. इससे ग्राहकों को भी रीयल एस्टेट क्षेत्र में बेहतर अनुभव होगा.
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