राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह का 06 मई 2021 को निधन हो गया है. वे 82 साल के थे. पार्टी के नेता और उनके बेटे जयंत चौधरी ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 'चौधरी साहब नहीं रहे'.
चौधरी साहब नहीं रहे!
— Jayant Chaudhary (@jayantrld) May 6, 2021
🙏🏽 pic.twitter.com/7cnLkf0c6K
आरएलडी प्रमुख चौधरी अजित सिंह 22 अप्रैल 2021 को कोरोना संक्रमित हुए थे. इसके बाद से ही उनके फेफड़े में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा था. 04 मई को अजित सिंह की तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी. इसके बाद उन्हें गुरुग्राम के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
प्रधानमंत्री ने शोक व्यक्त किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौधरी अजित सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है. पीएम मोदी ने अपने शोक संदेश में लिखा है, ''पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. वे हमेशा किसानों के हित में समर्पित रहे. उन्होंने केंद्र में कई विभागों की ज़िम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं. ओम शांति!''
पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे हमेशा किसानों के हित में समर्पित रहे। उन्होंने केंद्र में कई विभागों की जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!
— Narendra Modi (@narendramodi) May 6, 2021
अजित सिंह के बारे में
• अजित सिंह पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे थे. चौधरी अजित सिंह ने साल 1986 से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी.
• वे साल 1986 में राज्यसभा भेजे गए थे. 1987 से 1988 तक लोकदल (ए) और जनता पार्टी के अध्यक्ष पद भूमिका निभाई. 1989 में अपनी पार्टी का विलय जनता दल में कर दिया.
Rashtriya Lok Dal President Chaudhary Ajit Singh passes away, confirms Jayant Chaudhary
— ANI (@ANI) May 6, 2021
He had tested positive for COVID19 on April 20 pic.twitter.com/TfNE5cimE4
• अजित सिंह 6 बार लोकसभा और एक बार राज्यसभा सांसद रहे. इसके अतिरिक्त 4 प्रधानमंत्रियो की कैबिनेट में मंत्री भी रहे.
• वे बागपत से 7 बार सांसद रह चुके हैं. अजित सिंह केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री भी रह चुके हैं. वे ताकतवर जाट नेताओं में से एक माने जाते थे. पश्चिम यूपी के क्षेत्रों में उनकी पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है.
• साल 1986 में चौधरी अजित सिंह पहली बार राज्यसभा सदस्य के तौर पर चुने गए. विश्वनाथ प्रताप सिंह की अगुवाई वाली सरकार में चौधरी अजीत सिंह 1989-90 तक केंद्रीय उद्योग मंत्री भी रहे.
• उनका जन्म 12 फरवरी 1939 में मेरठ के भडोला गांव में हुआ था. वे खुद को जाट नेता कहलवाना भी पसंद करते थे.
• वे लखनऊ में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद आईआईटी खड़गपुर में पढ़े. इसके बाद चौधरी अजित सिंह अमेरिका के इलिनाइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी में पढ़ने के बाद 17 साल तक अमेरिका में कॉरपोरेट जगत में काम करते रहे.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation