सुप्रीम कोर्ट में चल रहे ट्रिपल तलाक के मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सलमान खुर्शीद को न्यायमित्र नियुक्त किया गया है. सलमान खुर्शीद की यह नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट ने की है.
- सुप्रीम कोर्ट मुस्लिम समुदाय में तीन तलाक, ‘निकाह हलाला’ और बहुविवाह को चुनौती देने वाली याचिका पर 11 मई 2017 से सुनवाई करेगी.
- इस मामले में कम से कम 15 जज याचिका पर सुनवाई करेंगे.
- सुप्रीम कोर्ट में ऐसा पहली बार हो रहा है जब गर्मी की छुट्टियों में किसी मामले की सुनवाई की जाएगी.
- इस मामले में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने 27 मार्च को सुप्रीम कोर्ट से मुस्लिम धर्म की इन प्रथाओं के खिलाफ दर्ज की गई इन याचिकाओं पर सुनवाई न करने के लिए कहा था.
- ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अनुसार धर्म से जुड़े अंदरूनी मामले न्यायपालिका के अधिकार क्षेत्र से बाहर हैं. इसलिए कोर्ट को इस पर सुनवाई नहीं करनी चाहिए.
- सलमान खुर्शीद ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जगदीश सिंह खेहर से यह अनुरोध किया था कि उन्हें दोनों पक्षों के मध्य समझौता कराने का एक मौका दिया जाए.
न्याय मित्र या एमिकस क्यूरी के बारे में-
- एमिकस क्यूरी एक तरह से अदालत का मित्र होता है. वह मुकदमे के किसी भी पक्ष से जुड़ा हुआ नहीं होता है और न ही मुकदमे में वह खुद कोई पक्ष होता है.
- एमिकस क्यूरी अदालत को केस से जुड़े मुद्दे पर सूचनाएं उपलब्ध करवाता है और अपनी सलाह भी दे सकता है.
- यह कोर्ट के ऊपर निर्भर करता है कि वह एमिकस क्यूरी की सलाह माने या ना माने.
- एमिकस क्यूरी दोनों पक्षों के बीच सुलह करवाने की भी कोशिश कर सकता है.
- बीसीसीआई से जुड़े मुकदमे में हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने एमिकस क्यूरी की सलाह पर बीसीसीआई के पदाधिकारियों को हटा दिया था.
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