अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् (आईसीसी) ने 10 मई 2017 को घोषणा की कि शशांक मनोहर जून 2018 तक आईसीसी के स्वतंत्र चेयरमैन बने रहेंगे.
मनोहर ने इससे पहले इसी मार्च 2017 में निजी कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था. बाद में वे इसी वर्ष जून 2017 में होने वाली आईसीसी की बैठक तक अपने पद पर बने रहने के लिए राजी हो गए थे.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष मनोहर ने आईसीसी के पूर्ण सदस्यों और अस्थायी सदस्यों के अनुरोध पर पद पर बने रहने का फैसला किया. आईसीसी ने एक बयान में कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) इस बात की पुष्टि करता है कि शशांक मनोहर जून-2018 तक स्वतंत्र चेयरमैन के तौर पर अपने पद पर बने रहेंगे.'
आईसीसी का चेयरमैन बनने के बाद मनोहर ने आईसीसी के राजस्व ढांचे में बदलाव में अग्रणी भूमिका निभाई.
पृष्ठभूमि
क्रिकेट की राजस्व प्रणाली को लेकर हुई वोटिंग में बीसीसीआई के एक वोट के अलावा कोई भी वोट प्रस्ताव के खिलाफ नहीं पड़ा. यह प्रस्ताव 13-1 से पारित हुआ था. इसी प्रकार गवर्नेंस मॉडल 12-2 से पारित किया गया. इस चुनाव में भी बीसीसीआई का साथ सिर्फ एक देश ने ही किया.
बीसीसीआई को छोड़कर लगभग सभी देश मनोहर को बनाए रखना चाहते हैं. बीसीसीआई को लगता है कि मनोहर के कारण विश्व के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड को बहुत बड़ी राशि से हाथ धोना पड़ सकता है.
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