चौथी वरीयता प्राप्त भारतीय मुक्केबाज शिवा थापा (60 किलोग्राम) को एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल हुआ है.
वो इस चैंपियनशिप में लगातार तीन सालों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बन गए हैं.
शिवा थापा का मुकाबला दूसरी वरीयता प्राप्त एल्नूर अब्दुराइमोव से था. मुकाबले में एल्नूर अब्दुराइमोव ने अपने सिर से शिवा पर वार किया जिससे उनके चेहरे पर कट लग गया. ये मैच के अंतिम क्षण ही थे जिस दौरान रेफरी ने मैच रोक दिया.
शिवा थापा ने इससे पहले वर्ष 2013 में इस चैंपियनशिप का स्वर्ण पदक जीता था जबकि उन्होंने वर्ष 2015 के संस्करण में कांस्य पदक जीता था.
भारत ने वर्ष 2015 में पिछली एशियाई चैंपियनशिप में चार पदक जीते थे. विकास कृष्ण ने तब देश के लिए एकमात्र रजत पदक जीता था जबकि शिवा थापा, एल देवेंद्रो सिंह (52 किग्रा) और सतीश कुमार (91 किग्रा से अधिक) ने कांस्य पदक हासिल किए थे.
शिवा थापा के बारे में:
• शिवा थापा का जन्म 8 दिसम्बर 1993 को गुवाहाटी, असम में हुआ था.
• शिवा थापा एक भारतीय मुक्केबाज है.
• शिवा थापा तेल और प्राकृतिक गैस में भी कार्य करते है.
• शिवा थापा ने वर्ष 2012 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में भी हिस्सा लिया था.
• ये भारत के सबसे युवा मुक्केबाज है जिन्होंने ओलम्पिक में क़्वालीफाई किया था.
• वर्ष 2012 के लंदन ओलंपिक में भाग लेने वाले शिव थापा इस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले तीसरे भारतीय मुक्केबाज हैं.
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