वैज्ञानिकों ने नवंबर 2016 के तीसरे सप्ताह में एक ऐसा स्मार्ट केन (स्मार्ट छड़ी/बेंत) विकसित किया जो नेत्रहीनों के जीवन को बदल कर रख सकता है. यह स्मार्ट केन उनकी लाठी की लंबाई से भी अधिक दूर की बाधाओं को पहचान सकता है.
इस स्मार्ट केन को 'माईस्मार्टकेन– mySmartCane' नाम दिया गया है. इसे यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर, यूके के शोधकर्ताओं ने बनाया था.
नेत्रहीनों के लिए स्मार्ट केन कैसे मददगार होगा?
• यह काफी हद तक आम कार पार्किंग सेंसर के जैसे काम करता है.
• केन में लगा अल्ट्रासोनिक बॉल व्यक्ति जिस दिशा में बढ़ रहा होगा उस दिशा में मौजूद अवरोध को काफी दूर से ही बिना किसी तार के पहचान लेगा और उसे ऑडियो संकेत में बदल देगा.
• ध्वनि की आवृत्ति से नेत्रहीन व्यक्ति केन के उस वस्तु तक पहुंचने से पहले ही, अवरोध की दूरी का निर्धारण कर लेगा.
• उपयोगकर्ता एक हेडफोन या बोनकंडक्टिंग हेडफोन्स के जोड़े के माध्यम से ध्वनि सुन सकता है. यह उन्हें अपनी स्वतंत्रता खोए बिना बाहरी वातावरण में हो रही हलचल को सुनने में भी सक्षम बनाएगा.
• यह आधुनिक सफेद– केन सरल और कम लागत वाला है क्योंकि इसमें ज्यादातर मौजूद सफेद– केन के तले में लगाए जाने वाले अल्ट्रासोनिक सेंसर बॉल बनाने के लिए 3D प्रिंटिंग और सस्ते सेंसर लगाए गए हैं.
पृष्ठभूमि:
यूनिवर्सिटीज स्कूल ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग के Vasileios Tsormpatzoudis ने कम लागत वाले एम्बेडेड कंप्यूटर को लगाकर सफेद केन को अपग्रेड किया है. सदियों से यह सिर्फ गतिशील उपकरण के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था.
रेटिनिस पिग्मेंटोसा (retinis pigmentosa), आंखों की अनुवांशिक बीमारी जो रेटिना को प्रभावित करती है, से ग्रस्त अपनी मां की समस्याओं से इन्हें mySmartCane विकसित करने की प्रेरणा मिली.
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