टाटा समूह ने लार्सन एंड टुब्रो को हराकर 861.90 करोड़ रुपये की बोली लगाने के साथ ही भारत के नए संसद भवन के निर्माण का ठेका जीत लिया है.
केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) ने 16 सितंबर, 2020 को नए संसद भवन के निर्माण के लिए वित्तीय बोलियां खोली थीं. नई संसद का भवन निर्माण केंद्रीय विस्टा पुनर्विकास परियोजना का एक हिस्सा है.
टाटा प्रोजेक्ट्स ने सबसे कम बोली 861.90 करोड़ रुपये लगाई थी जबकि लार्सन एंड टुब्रो की बोली 865 करोड़ रुपये थी.
मुख्य विशेषताएं
• टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने नया संसद भवन बनाने का ठेका जीत लिया है. टाटा समूह की एक कंपनी ने इस परियोजना को 861.9 करोड़ रुपये में संचालित करने की पेशकश की थी, जो L&T की 865 करोड़ रुपये की बोली से केवल 3.1 करोड़ रुपये कम है.
• कुल मिलाकर, सात कंपनियों ने इस नए भवन के निर्माण के लिए पूर्व-योग्यता तकनीकी बोली लगाई थी.
• अगस्त में बोलियां खोली गईं और तीन निर्माण फर्मों- टाटा प्रोजेक्ट्स, लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड और शापूरजी पलोनजी को शॉर्टलिस्ट किया गया. जबकि टाटा प्रोजेक्ट्स और L&T ने वित्तीय बोली प्रक्रिया में भाग लिया, शापूरजी पलोनजी ने नहीं लिया.
• भारत सरकार द्वारा जल्द ही टाटा प्रोजेक्ट्स को यह ठेका देने की संभावना है और वह उत्सुक है कि यह निर्माण कार्य संसद के मानसून सत्र के बाद शुरू हो. यह सत्र 1 अक्टूबर को समाप्त होगा.
• नए संसद भवन के लिए यह ठेका मार्च में प्रदान किया गया था, लेकिन कोविड -19 और लॉकडाउन के कारण इसे विलंबित किया गया था.
• यह नए संसद भवन का निर्माण कार्य प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का एक हिस्सा है.
आखिर यह केंद्रीय विस्टा पुनर्विकास परियोजना क्या है?
इस सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना में एक नए संसद भवन के निर्माण की पेशकश की गई है, जो मौजूदा संसद भवन के करीब है. इस प्रस्तावित नए संसद भवन में संयुक्त संसद सदन के दौरान लोकसभा और राज्यसभा के कुल 1,224 सदस्य बैठ सकेंगे.
इस प्रस्तावित सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत भी 10 प्रशासनिक भवनों में सभी 51 मंत्रालयों को एक साथ रखने के लिए एक सामान्य सचिवालय भवन की पेशकश की गई है.
इसके अलावा, इस परियोजना में उत्तर और दक्षिण ब्लॉक को संग्रहालयों में बदलना और सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का विकास शामिल है जो राजपथ को इंडिया गेट से जोड़ता है.
संसद भवन
इस नए संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा के लिए बैठने के लिए ज्यादा स्थान के साथ हॉल्स और संसद के सदस्यों के लिए कार्यालय, एक आंगन, भोजन की सुविधा और सांसदों के लिए एक लाउंज होगा.
यह निर्माण कार्य संसद के शीतकालीन सत्र के बाद शुरू होने की संभावना है और वर्ष 2022 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है.
केंद्रीय विस्टा पुनर्विकास के एक हिस्से के रूप में इस नये संसद परिसर का ठेका सबसे पहले देने और इसे सबसे पहले निर्मित करने वाली परियोजनाओं में से एक है.
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