टाटा समूह की कम्पनी टाटा संस ने सौरभ अग्रवाल को समूह के चीफ फाइनैंशल ऑफिसर (सीएफओ) के पद पर नियुक्त करने की घोषणा की. सौरभ अग्रवाल वर्तमान में आदित्य बिरला समूह के रणनीति प्रमुख (हेड ऑफ स्ट्रेटजी) हैं. वह टाटा समूह की कम्पनी टाटा संस में जुलाई 2017 से कार्यभार ग्रहण करेंगे.
आदित्य बिरला ग्रुप में रहते हुए उन्होंने आइडिया और वोडाफोन का मर्जर कराया. इसके अलावा उन्ही की देखरेख में जेपी सीमेंट का भी अल्ट्राटेक ने अधिग्रहण किया. टाटा ग्रुप में पहली बार सीएफओ का पद बनाया गया है.
सौरभ अग्रवाल के बारे में-
- 48 वर्षीय अग्रवाल आईआईएम कोलकाता से पासआउट हैं और देश के सबसे सफल निवेश बैंकरों में से एक हैं.
- वे स्टैंडर्ड चार्टड बैंक की भारत और दक्षिण एशिया इकाई के कॉरपोरेट वित्त प्रमुख रह चुके हैं.
- इसके अलावा वह डीएसपी मेरिल लिंच के निवेश बैंकिंग खंड के प्रमुख भी रह चुके हैं.
सौरभ अग्रवाल से पहले इशात हुसैन ग्रुप के फाइनैंस डायरेक्टर थे और 2012 में रिटायर होने के बाद टाटा संस बोर्ड को नॉन एग्जिक्युटिव मेंबर बन गए. 70 वर्ष की आयु होने के बाद वह पूरी तरह कम्पनी के कार्यों से मुक्त कर दिए गए.
टाटा समूह की कम्पनी टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन के अनुसार सौरभ अग्रवाल टाटा समूह में अपने महत्वपूर्ण नेतृत्व में पूंजी बाजार का गहरा ज्ञान और अनुभव लाएंगे. सौरभ अग्रवाल की विशेषज्ञता से हमें पूंजी आवंटन संबंधी फैसलों, निवेश प्रबंधन और समूह के व्यवसाय पोर्टफोलियो को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी.
टाटा संस का हिस्सा बनने जा रहे सौरभ अग्रवाल के अनुसार टाटा ग्रुप को जॉइन करने पर खुद को सम्मानित महसूस कर रहा हूँ. मैं अपने अनुभव से ग्रुप की तरक्की में पूर्ण योगदान करूंगा.
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