भारत की प्रमुख दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी भारती एयरटेल ने इंटरनेट सेवा प्रदाता तिकोना डिजिटल नेटवर्क्स के साथ अधिग्रहण हेतु समझौता की घोषणा की. समझौते के तहत एयरटेल, तिकोना के 4जी कारोबार, ब्रॉडबैंड वायरलेस एक्सेस (बीडब्ल्यूए) स्पेक्ट्रम और पांच दूरसंचार सर्किलों में 350 साइटों का अधिग्रहण करेगी.
मुख्य तथ्य-
- इस सौदा को नियामकीय मंजूरी के बाद ही अंतिम रूप दिया जा सकेगा.
- इस सौदे से एयरटेल के डाटा कारोबार में वृद्धि होगी.
- दिसंबर 2016 में समाप्त तिमाही में भारतीय एयरटेल के मोबाइल राजस्व में डाटा सेवाओं की आय की हिस्सेदारी 22.8 फीसदी थी.
- इस दौरान कंपनी की कुल डाटा ग्राहकों की संख्या 5.49 करोड़ रही, जिनमें से 3जी और 4जी ग्राहकों की संख्या 3.76 करोड़ थी.
तिकोना नेटवर्क्स-
- तिकोना के पास वर्तमान में गुजरात, यूपी (पूर्व), यूपी (पश्चिम), राजस्थान और हिमाचल प्रदेश सर्किल में 2300 मेगाहट्र्ज के 20 मेगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम हैं.
- एयरटेल की योजना इस सौदे के बाद इन पांच सर्किलों में तत्काल उच्च रफ्तार वाली 4जी सेवाएं शुरू करने की है.
समझौते के बारे में-
- समझौते की शर्तों के अनुसार गुजरात, यूपी (पूर्व), यूपी (पश्चिम) और हिमाचल प्रदेश में तिकोना के 4जी कारोबार का एयरटेल द्वारा अधिग्रहण किया जाना है
- राजस्थान सर्किल में एयरटेल की सहायक इकाई भारती हेक्साकॉम लिमिटेड के जरिये अधिग्रहण किया जाएगा.
- प्रस्तावित अधिग्रहण से एयरटेल को पांच सर्किलों में 2300 मेगाहट्र्ज बैंड पर बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम की कमी को दूर करने में सहायता मिलेगी.
- विश्लेषकों के अनुसार सौदा नकद और तिकोना के कर्ज को एयरटेल द्वारा लेने के आधार पर किया जा सकता है.
- ब्रोकरेज फर्म फिलिप कैपिटल के अनुसार भारती एयरटेल ने तिकोना वायरलेस का मूल्यांकन करीब 1600 करोड़ रुपये किया.
- इस सौदे से जहां भारती एयरटेल के पास स्पेक्ट्रम की मात्रा बढ़ेगी, वहीं स्पेक्ट्रम इस्तेमाल शुल्क (एसयूसी) का औसत भी कम होगा. तिकोना का एसयूसी एजीआर का करीब 1 फीसदी है.
- भारती एयरटेल वर्तमान में एजीआर का 4.3 फीसदी एसयूसी का भुगतान कर रही है.
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