एक नए शोध के अनुसार, बृहस्पति हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा ही नहीं, सबसे पुराना ग्रह भी है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस विशाल ग्रह का निर्माण सूर्य के निर्माण के 40 लाख वर्ष के भीतर ही हो गया था.
अमेरिका स्थित लॉरेंस लिवरमोर नेशनल लैबोरेटरी के अनुसार, ‘धरती, मंगल, चांद और क्षुद्र ग्रहों की तरह बृहस्पति का कोई सैंपल हमारे पास नहीं है. हम विभिन्न उल्का पिंडों के समस्थानिकों के आधार पर बृहस्पति की उम्र का अनुमान लगाते हैं.
इसी आधार पर वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि बृहस्पति हमारे सौरमंडल का सबसे पुराना ग्रह है. वैज्ञानिकों ने कहा कि यह बेहद विशाल ग्रह है और इसकी उपस्थिति से सौरमंडल की कई गतिविधियां निर्धारित होती हैं.
इस अध्ययन के अनुसार, बृहस्पति के कोर का निर्माण 10 लाख साल में करीब धरती के 20 गुना द्रव्यमान से हुआ. सौरमंडल के बनने के बाद करीब 30 से 40 लाख साल में यह द्रव्यमान धरती का 50 गुना हो गया. बृहस्पति की उम्र का पता लगने से यह समझने में आसानी होगी कि सौरमंडल अपने वर्तमान स्वरूप में कैसे पहुंचा.
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