भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन ने कहा है कि जिस तरह से संक्रमण फैला हुआ है, उसे देखते हुए कोरोना की तीसरी लहर आना तय है. स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि हमें ये नहीं पता है कि तीसरी लहर कब आएगी लेकिन हमें कोविड-19 के प्रोटोकॉल को जारी रखते हुए इसके लिए तैयार रहना चाहिए.
विजय राघवन के अनुसार, नए म्यूटेंट से निपटने के लिए वैक्सीन को अपडेट करना ज़रूरी था. वह मानते हैं कि वायरस ने जब म्यूटेट करना शुरू किया उसके बावजूद इसके संक्रमण को रोकने के लिए लोगों द्वारा अपनाई जा रही सावधानियों में कोई बदलाव नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि हमें कोविड के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए वैक्सीन लगवाना चाहिए.
तीसरा चरण आना तय
के विजय राघवन ने 05 मई 2021 को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वायरस के अधिक मात्रा में सर्कुलेशन हो रहा है और तीसरा चरण आना ही है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह कब आएगा. हमें नई लहरों के लिए तैयारी करनी चाहिए.
A phase three is inevitable, given the higher levels of circulating virus but it is not clear on what time scale this phase three will occur. We should prepare for new waves: K VijayRaghavan, Principal Scientific Advisor to Centre pic.twitter.com/c6lRzYaV2q
— ANI (@ANI) May 5, 2021
मौजूदा वेरिएंट्स के खिलाफ वैक्सीन प्रभावी
वैज्ञानिक सलाहकार ने यह भी कहा कि वायरस के स्ट्रेन पहले स्ट्रेन की तरह की फैल रहे हैं. इनमें नई तरह के संक्रमण का गुण नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा वेरिएंट्स के खिलाफ वैक्सीन प्रभावी हैं. देश और दुनिया में नए वेरिएंट्स आएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि एक लहर के खत्म होने के बाद सावधानी में कमी आने से वायरस को फिर से फैलने का मौका मिलता है.
कुछ राज्यों में कोरोना के केसों में कमी
केंद्र सरकार ने कहा है कि कुछ राज्यों में कोरोना के केसों में कमी के संकेत जरूर मिले हैं, लेकिन 12 राज्यों में अभी भी एक लाख से अधिक एक्टिव केस हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने कहा कि देश के 10 राज्यों में पॉजिटिवटी रेट 25 प्रतिशत से ज्यादा है और इनमें अभी और अधिक काम करने की जरूरत है.
ऑक्सीजन की कमी
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ी है. अस्पतालों को बेड्स और ऑक्सीजन की कमी से जूझना पड़ रहा है. ऑक्सीजन के कमी के कारण कई मरीजों को जान गंवानी पड़ी है.
तीसरी लहर के क्या कारण?
के. विजय राघवन ने कहा कि जिस तरह से देशभर में कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है, उसे देखते हुए ये कहा जा सकता है कि तीसरी लहर आएगी. उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर में वायरस के इतने वैरिएंट्स नहीं थे, जितने दूसरी लहर में आ रहे हैं. इसका साफ-साफ मतलब है कि कोरोना के नए-नए वैरिएंट्स तीसरी लहर का कारण बन सकते हैं.
दूसरी लहर के आने का कारण
के. विजयराघवन ने कहा कि कोरोना की पहली लहर में इम्यूनिटी की वजह से संक्रमण बहुत हद तक कम हो गया था, लेकिन अब लोगों की इम्यूनिटी कमजोर हो गई है. यही वजह है कि जो लोग पहले संक्रमित हो चुके थे, उन्हें दोबारा संक्रमण हो रहा है. ये कम इम्यूनिटी और लोगों का सावधानी न बरतना ही दूसरी लहर के आने का कारण है. ऐसे में यह कहा जा सकता है कि अगर लोग अभी भी नहीं संभलें और लापरवाही करते रहें तो तीसरी लहर तो आ ही सकती है.
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