जागरण जोश पूरे सप्ताह से चुनिंदा एवं महत्वपूर्ण टॉप-10 साप्ताहिक करेंट अफेयर्स घटनाक्रम प्रस्तुत कर रहा है. इसमें मुख्य रूप से –बर्ड फ्लू और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
1.इंसानों तक पहुंचा बर्ड फ्लू का घातक वायरस H5N8, रूस में आया पहला केस
रूस के साथ ही यूरोप, चीन, उत्तरी अफ्रीका और पश्चिमी एशिया में यह वायरस (H5N8 strain) अभी तक सिर्फ पॉल्ट्री में पाया गया था. यह पहली बार है जब इस वायरस को इंसान में पाया गया है. इंसान में बर्ड फ्लू के वायरस मिलने के बाद स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ गई है.
बर्ड फ्लू फैलाने के लिए कई वायरस जिम्मेदार होते हैं. लेकिन इसमें H5N1 को खतरनाक माना जाता है क्योंकि यही वायरस इंसानों में बर्ड फ्लू के संवाहक के तौर पर काम करता है. उन्हें इसका शिकार बनाता है. मानवों में बर्ड फ्लू के संक्रमण का पहला मामला साल 1997 में आया था जब हॉन्ग-कान्ग में मुर्गियों से एक शख्स में यह वायरस फैला था.
2.सऊदी अरब सरकार का बड़ा फैसला, अब महिलाएं भी सेना में हो सकेगी शामिल
सऊदी अरब की महिलाएं अब सेना में शामिल हो सकेंगी. सरकार ने अपनी कट्टरवादी छवि बदलने की कोशिशों में लगी घोषणा किया है कि महिलाएं सेना के तीनों अंगों यानी कि आर्मी, एयरफोर्स और नेवी में शामिल हो सकेंगी. रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि महिलाओं को अब सेना का हिस्सा बनने की आजादी है.
सऊदी अरब सरकार ने सेना में महिलाओं की भर्ती की इस योजना की सबसे पहले घोषणा साल 2019 में की थी. इससे एक साल पहले यानी साल 2018 में सरकार ने महिलाओं को ड्राइविंग का अधिकार दिया था. सऊदी अरब के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, महिलाएं सैनिक, लांस नायक, नायक, सार्जेंट और स्टाफ सार्जेंट के पद के लिए आवेदन कर सकती हैं.
3.अब 2022 में होगी चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग, जानिए वजह
कोविड-19 लॉकडाउन की वजह से चंद्रयान-3 और देश के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान' सहित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की कई परियोजनाएं प्रभावित हुई हैं. चंद्रयान-3 में अपने पूर्ववर्ती यानों की तरह ‘ऑर्बिटर' नहीं होगा. सिवन ने कहा कि हम इसपर काम कर रहे हैं. यह चंद्रयान-2 की तरह ही है, लेकिन इसमें ऑर्बिटर नहीं होगा.
इसरो के लिए चंद्रयान-3 भी एक महत्वपूर्ण मिशन है जो अंतरग्रहीय ‘लैंडिंग’ में भारत के लिए आगे का मार्ग प्रशस्त करेगा. सिवन ने कहा कि गगनयान परियोजना के तहत इस साल दिसंबर में इसरो के प्रथम मानवरहित मिशन को अंजाम देने की योजना है जिसे पिछले साल दिसंबर में ही अंजाम दिया जाना था.
4.महिलाओं को संपत्ति में अधिकार देने वाला देश का पहला राज्य बना उत्तराखंड
ये अध्यादेश आजीविका की तलाश में राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों से बड़ी संख्या में पुरुषों के दूसरी जगह जाने के मद्देनजर लाया गया है. अध्यादेश महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता उपलब्ध कराने पर केंद्रित है जो पीछे रह जाती हैं और जिन्हें अपनी गुजर-बसर के लिए खुद कृषि पर ही निर्भर रहना पड़ता है.
राज्य के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि उत्तराखंड महिलाओं को उनके पति की पैतृक संपत्ति में सह-स्वामित्व का अधिकार देने वाला पहला राज्य है. प्रदेश बीजेपी महिला मोर्चे की अध्यक्ष रितु खंडूरी ने कहा कि ये एक ऐतिहासिक निर्णय है जो महिलाओं को सशक्त करेगा.
5.अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने ट्रम्प के ग्रीन कार्ड प्रतिबंध को किया रद्द
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले साल कोविड -19 महामारी के बीच अमेरिका में ग्रीन कार्ड प्रतिबंध जारी करते हुए यह कहा था कि, अमेरिका में उच्च बेरोजगारी के मद्देनजर अमेरिकी श्रमिकों की रक्षा करना आवश्यक था. ट्रम्प ने कई ग्रीन कार्ड एप्लिकेंट्स को संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश करने से रोक दिया था.
अपना कार्यभार संभालने के बाद से, वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के प्रशासन ने ट्रम्प की कई आव्रजन विरोधी/ एंटी-इमीग्रेशन नीतियों को पलटने का काम किया है, जिसमें मुस्लिम प्रतिबंध और एक नीति शामिल है जो शरण चाहने वालों को मैक्सिको में प्रतीक्षा करने के लिए मजबूर करती है.
6.मुंबई अंडर-सी टनल के बारे में पढ़ें यहां महत्त्वपूर्ण जानकारी
इन सुरंगों को समुद्र के एक किलोमीटर नीचे बनाया जाएगा. ये ट्विन सुरंगे मरीन ड्राइव प्रोमेनेड से शुरू होकर बांद्रा - वर्ली समुद्र लिंक के वर्ली-एंड तक, 10.58 किलोमीटर लंबी हैं. ये सुरंगें प्रियदर्शिनी पार्क से शुरू होकर, मरीन ड्राइव में नेताजी सुभाष रोड पर समाप्त होंगी.
मुंबई शहर में ये अंडर-सी टनल्स समुद्र तल से 20 मीटर नीचे होंगी. इनकी तुलना में चैनल टनल समुद्र तल से 75 मीटर नीचे है और जापान की सीकैन टनल सीबेड से 100 मीटर नीचे है. मुंबई में ये ट्विन टनल्स भी तट के बहुत करीब बनाई जा रही हैं, जहां समुद्र की गहराई 4 से 5 मीटर से अधिक नहीं है.
7.तमिलनाडु सरकार का बड़ा फैसला, सरकारी कर्मचारियों के लिए सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाई
पलानीस्वामी सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के रिटायरमेंट की उम्र एक साल बढ़ा दी है. मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने राज्य विधान सभा में इसकी घोषणा की है. यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है और सरकार ने मुख्यमंत्री की घोषणा के मद्देनजर एक आदेश जारी किया है.
सरकारी कर्मचारियों के लिए सेवानिवृत्ति की उम्र में एक साल वृद्धि करने वाले मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने विधानसभा में नियम 110 के तहत इसकी घोषणा की. पिछले साल मई में मुख्यमंत्री ने सरकारी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की उम्र 58 साल से बढ़ाकर 59 साल कर दी थी.
8.झारखंड में हुक्का बार पर प्रतिबंध, चलाने पर होगा इतने लाख का जुर्माना
कैबिनेट ने सिगरेट व अन्य तंबाकू उत्पाद (विज्ञापन का प्रतिषेध, व्यापार, वाणिज्य उत्पादन प्रदाय एवं वितरण विनियमन) संशोधन अधिनियम 2020-21 को मंजूर किया. इस अधिनियम में हुक्का बार पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने का प्रावधान किया गया है.
यदि कोई व्यक्ति हुक्का बार चलाते हुए पकड़ा गया तो उसे अधिकतम तीन साल की सजा या एक लाख रुपये जुर्माना भरना होगा. साथ ही कोई भी व्यक्ति तंबाकू उत्पाद का सेवन सार्वजनिक स्थानों पर नहीं करेगा.
9.निजी बैंकों पर लगा प्रतिबंध हटा, कर सकेंगे अब सरकारी लेनदेन
केंद्र सरकार के इस निर्णय से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को भी अवगत करा दिया गया है. सरकार के इस फैसले के बाद उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएँ और सुविधाएं मिलेगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि सरकार के सामाजिक और वित्तीय समावेश योजनाओं में निजी बैंक भी भागीदार होंगे.
इस संबंध में वित्त सेवाओं के विभाग की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि यह कदम ग्राहक सुविधाओं को और बेहतर करने के लिए व प्रतिस्पर्धा बढ़ाने हेतु लिया गया है. बयान में कहा गया कि निजी क्षेत्र के बैंक अब भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास और सरकार की सामाजिक क्षेत्र की पहलों में बराबर के भागीदार होंगे.
10.दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड्स-2021: विजेताओं की पूरी सूची यहां देखें
सुशांत सिंह राजपूत को दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवार्ड्स 2021 में बेस्ट क्रिटिक्स अभिनेता से सम्मानित किया गया है. बताते चलें कि इस अवॉर्ड्स का यह पांचवा संस्करण था. आइए हम आपको बताते हैं कि किस कैटेगरी में किसको अवॉर्ड मिला है.
दादा साहब फाल्के पुरस्कार भारत सरकार की तरफ से दिया जाने वाला एक वार्षिक पुरस्कार है. यह पुरस्कार किसी व्यक्ति विशेष को भारतीय सिनेमा में उसके आजीवन योगदान हेतु दिया जाता है. इस पुरस्कार का शुरुआत दादा साहब फाल्के के जन्म शताब्दि पर साल 1969 से हुआ. यह पुरस्कार पहली बार अभिनेत्री देविका रानी को प्रदान किया गया था.
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