टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 18 मई 2018 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से ‘लूप’ परियोजना और दूरसंचार विभाग शामिल है.
एलन मस्क ने पहली बार ‘लूप’ परियोजना पर जानकारी सार्वजनिक की
प्रसिद्ध स्पेस एक्स कंपनी के मालिक एलन मस्क ने हाल ही में ‘लूप’ परियोजना पर जानकारी साझा की तथा बताया कि यह प्रोजेक्ट समाप्ति की ओर है तथा जल्द ही आम लोगों के लिए निःशुल्क डेमो हेतु इसे आरंभ किया जायेगा.
एलन मस्क द्वारा इनस्टाग्राम पर एक विडियो शेयर की गई जिसमें टनल की कार्यप्रगति के बारे में दिखाया गया है. एलन मस्क द्वारा 2016 में टनल (सुरंग) का भविष्य तलाशने के लिए द बोरिंग कंपनी की स्थापना की गई थी.
डब्ल्यूएचओ ने पहली आवश्यक डायग्नोस्टिक सूची जारी की
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने आम रोगों और प्राथमिकता वाले रोगों के निदान के लिए आवश्यक परीक्षणों की एक सूची 'आवश्यक डायग्नोस्टिक सूची' (essential diagnostic list) प्रकाशित की है. यह डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी की गई इस तरह की पहली सूची है.
सूची में विभिन्न प्रकार के डायग्नोस्टिक्स के लिए लागू डब्ल्यूएचओ दिशानिर्देशों की जानकारी भी शामिल है और बताया गया है कि किसी विशेष श्रेणी में डब्ल्यूएचओ प्रीक्वॉलीफाइड उत्पाद उपलब्ध हैं या नहीं.
बिग बैंग के 25 करोड़ साल बाद तारे बने थे: अध्ययन
पृथ्वी से 13.28 अरब प्रकाश वर्ष दूर स्थित एक आकाशगंगा का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों का कहना है कि शुरूआती तारों का निर्माण ब्रह्मांड बनने के 25 करोड़ साल बाद हुआ होगा.
यह शोध नेचर पत्रिका में प्रकाशित हुआ है. ब्रह्मांड का जन्म एक महा विस्फोट से हुआ जिसे बिग बैंग भी कहा जाता है. वैज्ञानिकों ने अपने निष्कर्ष के लिए एटाकामा लार्ज मिलीमीटर एरे (एएलएमए) का इस्तेमाल किया.
इन्फोसिस ने ब्लॉकचेन आधारित ट्रेड फाइनैंस नेटवर्क बनाया
इन्फोसिस लिमिटेड ने निजी क्षेत्र के सात बैंकों के साथ मिलकर ब्लॉकचेन आधारित ट्रेड फाइनैंस नेटवर्क बनाया है. गौरतलब है कि इन्फोसिस का फिनैकल सॉफ्टवेयर ज्यादातर भारतीय बैंक अपने परिचालन में इस्तेमाल करते हैं.
इन्फोसिस ने एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, साउथ इंडियन बैंक, यस बैंक, इंडसइंड बैंक और आरबीएल बैंक सहित सात बैंकों के साथ देश में ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित ट्रेड नेटवर्क इंडिया ट्रेड कनेक्ट बनाया है.
ई-सिम को मंजूरी, दूरसंचार विभाग ने गाइडलाइन्स जारी की
केंद्र सरकार ने 18 मई 2018 को देश में ई-सिम के उपयोग के लिए मंजूरी प्रदान की. इससे अब ग्राहकों को मोबाइल कंपनी बदलने पर नया सिम खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी. एक उपभोक्ता अब 18 मोबाइल कनेक्शन ले सकेगा.
इस पॉलिसी के अनुसार र्इ-सिम डिवाइस में ही इनस्टॉल कर दिया जाएगा, जिसमें सर्विस प्रोवाइडर नया कनेक्शन लेते वक्त ही डिटेल अपडेट कर देगा. इससे ग्राहकों को यह भी सुविधा रहेगी कि वह चाहे तो कॉलिंग की सुविधा किसी एक ऑपरेटर से ले और डाटा की सुविधा किसी दूसरे ऑपरेटर से ले सकता है.
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