टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 03 अगस्त 2021 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
महाराष्ट्र में सामने आया जीका वायरस का पहला मामला, केंद्र ने भेजी उच्च स्तरीय टीम
कोरोना की दूसरी लहर से अभी थोड़ी राहत मिलना शुरू ही हुई थी कि जीका वायरस ने सभी की चिंता को बढ़ा दिया है. जीका वायरस देश में अपने पैर धीरे-धीरे पसारता जा रहा हैं. जीका वायरस के मामलें केरल में देखने को मिल रहे थे, मगर अब महाराष्ट्र में भी इसका पहला मामला मिला है.
जीका वायरस एक मच्छर होता है जिसे एडीज नाम से जाना जाता है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक जीका वायरस के एडीज मच्छर दिन के समय में काटते हैं. इस वायरस से आम लोगों को कोई गंभीर दिक्कतें नहीं होती, मगर प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए यह वायरस खतरनाक साबित हो सकता है.
पीएम मोदी रचेंगे इतिहास, 9 अगस्त को UNSC में डिबेट की अध्यक्षता करेंगे
प्रधानमंत्री वर्चुअली इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे. गौरतलब है कि भारत 01 अगस्त 2021 को एक महीने के लिए सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी दूत टीएस तिरुमूर्ति 02 अगस्त को पहले दिन विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल रहे.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता के दौरान भारत का ध्यान तीन अहम मुद्दों पर केंद्रित है. यह मुद्दे समुद्री सुरक्षा, शांति व्यवस्था और काउंटर-टेररिज्म हैं. टीएस तिरुमूर्ति ने 02 अगस्त 2021 को इस बात की घोषणा की. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री इससे संबंधित कार्यक्रमों की अध्यक्षता करेंगे.
कोरोना की तीसरी लहर आना तय: CSIR
देशभर में कोरोना वायरस के मामलों में एक बार फिर इजाफा हो रहा है. खासकर केरल, तमिलनाडु में जिस तरह से संक्रमण का ग्राफ ऊपर जा रहा है उसे देखकर ये माना जा रहा है कि ये कोरोना महामारी की तीसरी लहर है. सीएसआईआर के महानिदेशक के अनुसार कोरोना वायरस की तीसरी लहर आएगी, लेकिन यह कब आएगी और क्या लक्षण होंगे इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता है.
सीएसआईआर के महानिदेशक ने कहा कि आम जनता पर कोरोना वैक्सीन पूरी तरह से काम कर रही है, इसके लिए वैज्ञानिक सबूत मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि फिलहाल तीसरी लहर के लिए इसे ही एक मात्र हथियार माना जा रहा है. उन्होंने कहा कि सभी लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए, ताकि तीसरी लहर का सामना करने में आसानी हो.
जानिये राज्यसभा के नियम 267 के बारे में यहां, जो इन दिनों खबरों में है चर्चित
राज्यसभा के सभापति ने वर्ष, 2016 से नियम 267 के तहत कई सौ नोटिसों को खारिज कर दिया है, जिसमें राफेल सौदे से लेकर GST के कार्यान्वयन तक और हाल ही में पेगासस, किसानों के विरोध और ईंधन की कीमतों में वृद्धि के विषय शामिल हैं.
राज्य सभा के नियम 267 के अधीन कोई भी सदस्य सभापति की सहमति से यह प्रस्ताव रख सकता है कि, किसी विशेष प्रस्ताव को प्रस्तुत करने के मकसद से, उस दिन की परिषद के समक्ष सूचीबद्ध कार्य से संबंधित किसी नियम को, उसके आवेदन के दौरान निलंबित किया जा सकता है.
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