टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 13 जुलाई 2021 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
पूर्वोत्तर के मुख्यमंत्रियों संग पीएम मोदी ने की बैठक, जानें क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये सही है कि कोरोना की वजह से टूरिज्म, व्यापार-कारोबार बहुत प्रभावित हुआ है. लेकिन आज मैं बहुत जोर देकर कहूंगा कि हिल स्टेशंस में, मार्केट्स में बिना मास्क पहने, भारी भीड़ उमड़ना ठीक नहीं है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर पूर्वोत्तर के आठ राज्यों असम, मेघालय, नगालैंड, त्रिपुरा, सिक्किम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की और वहां के हालात का जायजा लिया.
पूर्व भारतीय बल्लेबाज यशपाल शर्मा का निधन
पूर्व क्रिकेटर यशपाल शर्मा के निधन ने खेल जगत को हिलाकर रख दिया है. अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट में कभी शून्य पर पवेलियन नहीं लौटने का अनोखा रिकॉर्ड कायम करने वाले यशपाल शर्मा ने अब हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया है.
यशपाल शर्मा 1983 वर्ल्ड कप (ICC World Cup 1983) में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी थे. उन्होंने 42 एकदिवसीय और 37 टेस्ट में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. यशपाल शर्मा ने अपने करियर में 42 वनडे इंटरनेशनल मैच खेले.
हरियाणा ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स को टाला, अब 2022 में होगा आयोजन
हरियाणा में आयोजित की जाने वाली खेलो इंडिया यूथ गेम्स को टाल दिया गया है. गेम्स का आयोजन इसी साल नवंबर में हरियाणा में किया जाना था लेकिन राज्य की सरकार कोविड-19 की तीसरी लहर को देखते हुए इस अब अगले साल फरवरी में आयोजित करने का निर्णय लिया है.
खेल निदेशक पंकज नैन ने बताया कि खेलों का शुभंकर ‘धाकड़’ तय कर लिया गया है. ‘जर्सी’ एवं ‘लोगो’ भी शीघ्र ही जारी कर दिए जाएंगे. पंचकूला, चंडीगढ़, शाहाबाद, अंबाला और दिल्ली पांच स्थानों पर 21 से 30 नवंबर 2021 तक खेलों का आयोजन करवाने का प्रस्ताव था.
भारत के देहरादून, उत्तराखंड में खुला पहला क्रिप्टोगैमिक गार्डन
इस उद्यान में फर्न, कवक, शैवाल, ब्रायोफाइट्स और लाइकेन की लगभग 50 प्रजातियां उपलब्ध हैं. देवबन में यह उद्यान 9,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. देवबन, उत्तराखंड में देवदार और ओक के जंगल फर्न, कवक और लाइकेन जैसी क्रिप्टोगैमिक प्रजातियों के लिए एक प्राकृतिक आवास स्थल हैं.
इन क्रिप्टोगैम्स को गैर-बीज पैदा करने वाले या गैर-फूल वाले पौधे या बीजाणु-उत्पादक पौधों के रूप में उल्लिखित किया जाता है जिन्हें जीवित रहने के लिए नम परिस्थितियों की आवश्यकता होती है. ये पौधों की प्रजातियों के सबसे पुराने समूह हैं. इनके छिपे हुए प्रजनन के कारण इन्हें क्रिप्टोगैम्स के रूप में जाना जाता है.
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