टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 15 अप्रैल 2020 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना: 32 करोड़ भारतीयों को मिली करोड़ों रुपये की आर्थिक मदद
कोविड - 19 प्रकोप के कारण लागू किये गए लॉकडाउन से बचने में मदद करने के लिए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना के तहत, लगभग 29,352 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता को लगभग 32 करोड़ लोगों के खातों में सीधे जमा करवाया गया था. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 26 मार्च, 2020 को 1.70 लाख करोड़ रुपये की प्रधान मंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKP) की घोषणा की गई थी.
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत, भारत सरकार ने महिलाओं, गरीब वरिष्ठ नागरिकों और किसानों को मुफ्त अनाज और नकद भुगतान की भी घोषणा की थी. इस योजना के कार्यान्वयन की निगरानी केंद्र और राज्य सरकारें, वित्त मंत्रालय और अन्य सभी संबंधित मंत्रालय और अधिकारी कर रहे हैं.
भारत की आर्थिक वृद्धि 2020-21 में 1.9 प्रतिशत रहने का अनुमान: आईएमएफ
आईएमएफ ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी और उसके कारण विश्व भर में आर्थिक गतिविधियां ठप होने से वैश्विक अर्थव्यवस्था भीषण मंदी की ओर बढ़ रही है. यह साल 1930 में आयी महामंदी के बाद सबसे बड़ी मंदी है. भारत में आर्थिक वृद्धि का यह स्तर रहता है तो यह साल 1991 में शुरू उदारीकरण के बाद सबसे कम वृद्धि दर होगी.
मुद्राकोष के मुताबिक दुनिया के अन्य क्षेत्रों में भी आर्थिक वृद्धि में बड़ी गिरावट का अनुमान है. इसमें लातिन अमेरिका (5.2 प्रतिशत की गिरावट) शामिल हैं. ब्राजील में आर्थिक वृद्धि दर में 5.3 प्रतिशत और मेक्सिको में 6.6 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है.
अमेरिका ने टॉरपीडो और हारपून मिसाइल की बिक्री को दी मंजूरी
पेंटागन ने अपने बयान में यह कहा है कि, भारत सरकार के अनुरोध के कारण अमेरिकी विभाग ने इस बिक्री को मंजूरी दे दी है. हिंद महासागर और भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन से संभावित खतरों की पृष्ठभूमि में इस मांग को देखा जा सकता है. इससे भारत के विरुद्ध बढ़ते हुए क्षेत्रीय खतरे के प्रति भारत की निवारक क्षमताओं को बढ़ाने में मदद मिलेगी.
इस बिक्री से क्षेत्रीय खतरों के खिलाफ भारत की क्षमता बढ़ेगी और इससे भारत को अपनी मातृभूमि सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी. इससे भारत को दुश्मन की हथियार प्रणालियों से मौजूदा और भविष्य के खतरों का सामना करने में भी मदद मिलेगी.
अमेरिका का बड़ा फैसला: ट्रंप ने WHO की फंडिंग रोकने का दिया आदेश
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वित्तपोषण रोके जाने की घोषणा करते हुए कहा कि दुनियाभर में फैलने से पहले चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस की गंभीरता को डब्ल्यूएचओ ने छुपाया है. वहीं दूसरी संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के संशाधनों में कटौती करने का यह उचित समय नहीं है.
अमेरिका डब्ल्यूएचओ को सबसे ज्यादा धन देने वाला देश है. अमेरिका ने पिछले साल 40 करोड़ डॉलर का वित्तपोषण किया था. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका हर साल 40 करोड़ से 50 करोड़ डॉलर तक डब्ल्यूएचओ को देते हैं, जबकि चीन एक साल में लगभग चार करोड़ डॉलर का योगदान देता है
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