टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 23 अप्रैल 2020 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
ईरान ने अपने एक सैन्य उपग्रह 'नूर' का सफलतापूर्वक किया लॉन्च
ईरान के सरकारी टीवी ने यह घोषणा की है कि ईरान का पहला सैन्य उपग्रह, जिसका नाम 'नूर' है, उसे केंद्रीय रेगिस्तान से 22 अप्रैल को सुबह-सुबह छोड़ा गया था. इस बयान के अनुसार, यह प्रक्षेपण सफल रहा है और उपग्रह अपनी कक्षा में पहुंच गया है.
संयुक्त राज्य अमेरिका ने लंबे समय से आशंका जताई है कि उपग्रहों को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली लंबी दूरी की बैलिस्टिक तकनीक का उपयोग परमाणु हथियारों के प्रक्षेपण के लिए भी किया जा सकता है.
राष्ट्रपति ने अध्यादेश को दी मंजूरी, स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वालों को होगी कड़ी सजा
कोरोना महामारी के संकट से निपटने में सबसे आगे लड़ाई लड़ रहे डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों पर पिछले दिनों हमले की कई घटनाएं सामने आई हैं. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने इन हमलों के ख़िलाफ़ विरोध भी जताया था. ऐसे में मोदी सरकार ने स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले को गम्भीर अपराध बना दिया है.
दोषी पाए जाने वालों के लिए कठोर सज़ा का प्रावधान किया गया है. इसका आधार हमले और उत्पीड़न की गम्भीरता को बनाते हुए सज़ा को दो श्रेणी में बांटा गया है. यदि अपराध ज़्यादा गम्भीर नहीं है तो सजा के तौर पर 3 महीने से 5 साल तक की कैद हो सकती है. साथ ही 50 हज़ार से 2 लाख रुपये तक के जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है.
वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में भारत 142 वे स्थान पर, जानें पाकिस्तान किस स्थान पर
‘द वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स 2020’ के मुताबिक भारत में 2019 में किसी भी पत्रकार की हत्या नहीं हुई और इस तरह देश के मीडिया के लिए सुरक्षा स्थिति में सुधार नजर आया. रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2018 में छह पत्रकारों की हत्या कर दी गयी थी. इसमें पुलिस की हिंसा, माओवादियों के हमले, अपराधी समूहों या राजनीतिज्ञों का प्रतिशोध शामिल था.
इस सूची में लगातार चौथी बार नॉर्वे पहले स्थान पर है और नॉर्थ कोरिया सबसे निचले स्थान पर है. दूसरे स्थान पर फिनलैंड, तीसरे स्थान पर डेनमार्क, 11वें स्थान पर जर्मनी, 34वें स्थान पर फ्रांस, 35वें स्थान पर यूके, 45वें स्थान पर अमेरिका, 66वें स्थान पर जापान और 107वें स्थान पर ब्राजील है.
मशहूर रंगकर्मी उषा गांगुली का निधन, जानें विस्तार से
उषा गांगुली के निधन से पूरा रंगजगत स्तब्ध है. उषा गांगुली रंगकर्म से जुड़ी हुई थी. उषा गांगुली ने कोलकाता स्थित श्री शिक्षायतन कॉलेज से स्नातक किया था. बाद में उन्होंने कोलकाता को अपना कार्यक्षेत्र बनाया, कोलकाता जहां बंगाली थियेटर का बोलबाला था वहां उन्होंने हिंदी थियेटर को स्थापित किया.
उषा गांगुली ने बहुत से नाटकों की प्रस्तुति दी. इनमें काशी का अस्सी, महाभोज, रुदाली, कोर्ट मार्शल और अंतरकथा ये सब रायपुर सहित देशभर में हो चुके हैं . काशीनाथ सिंह के उपन्यास पर आधारित उनका बहुचर्चित नाटक काशी का अस्सी बहुत चर्चित रहा, पूरे देश में इसका मंचन हुआ था.
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