Russia-Ukraine conflict: अमेरिका (USA) के मुताबिक पूर्वी यूरोपीय देश यूक्रेन और रूस के बीच जंग के आसार लगातार बढ़ते जा रहे हैं. रूस का लगातार यूक्रेन पर आक्रामक रुख शीतयुद्ध के बाद यूरोप की सुरक्षा हेतु सबसे बड़ा खतरा बन गया है.
अमेरिका के राष्ट्रपति भवन की तरफ से कहा गया है कि रूस "किसी भी समय" यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए तैयार है. अमेरिकी एवं रूस राजदूतों की मीटिंग से पहले अमेरिका ने अपनी खतरे चेतावनी का स्तर बढ़ा दिया है.
सीमाओं की सुरक्षा के प्रति रूस की प्रतिबद्धता
प्रेस सेक्रेट्री जेन साकी ने पत्रकारों से कहा कि स्थिति पहले से काफी गंभीर हो गई है. यूक्रेन पर रूस के हमले की बढ़ती चिंताओं के बीच विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन 19 जनवरी 2022 को यूक्रेन की राजधानी कीव में राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की से मिलेंगे तथा यूक्रेन की संप्रभुता एवं सीमाओं की सुरक्षा के प्रति रूस की प्रतिबद्धता को दोहराएंगे.
सैन्य उद्देश्यों के लिये प्रयोग
रूस और यूक्रेन में कई समूहों के लिये देशों की साझा विरासत एक भावनात्मक मुद्दा है. इसका चुनावी और सैन्य उद्देश्यों के लिये प्रयोग किया गया है. सोवियत संघ के हिस्से के रूप में, यूक्रेन रूस के बाद दूसरा सबसे शक्तिशाली सोवियत गणराज्य था और रणनीतिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक रूप से काफी अहम था.
यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई
अमेरिका और ब्रिटिश अधिकारियों ने यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई बढ़ाने को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि यूक्रेन को ‘मैन पोर्टेबल एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल’ दी जा रही है. आपको बता दें कि रूस ने यूक्रेन को हथियार दिए जाने की कड़ी आलोचना की थी. रूसी विदेश मंत्रालय ने बताया था कि ऐसे कदमों से हालात और भी खराब होंगे. पश्चिमी देशों ने यूक्रेन पर रूस के हमला करने की Yojana बनाने का आरोप लगाया है.
लंबी दूरी तक परमाणु हमला
यूक्रेन से बढ़ते तनाव के बीच रूस के परमाणु बॉम्बर्स बेलारूस में गश्त लगा रहे हैं. Tu-22M3 लंबी दूरी तक परमाणु हमला (nuclear attack) करने में सक्षम रणनीतिक बमवर्षक विमान है. यूक्रेन के उत्तरी सीमा पर परमाणु बॉम्बर्स की तैनाती से रूस एवं अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो के बीच तनाव और ज्यादा बढ़ सकता है.
आक्रमण की योजना से इंकार
रूस यूक्रेन पर आक्रमण की योजना से इंकार करता है लेकिन पश्चिमी देशों से सुरक्षा की गारंटी की भी मांग करता है. रूस यह चाहता है कि नाटो सेनाओं को यूक्रेन में तैनात नहीं किया जाएगा. आपको बता दें कि रूस ने पिछले साल यूक्रेन के बॉर्डर पर लाखों की संख्या में अपने सैनिक तैनात कर दिए थे.
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