स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने UMMID - उम्मीद (वंशानुगत विकारों के उपचार एवं प्रबंधन की विलक्षण पद्धतियां) पहल का शुभारंभ किया तथा निदान (राष्ट्रीय वंशानुगत रोग प्रबंधन) केंद्रों का उद्घाटन किया. इन केन्द्रों की स्थापना के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) द्वारा सहायता प्रदान की जा रही है.
क्या है UMMID और NIDAN?
डॉ. हर्षवर्धन ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि नवजात शिशुओं में आनुवांशिक रोगों के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए यह पहल आरंभ की गई है. UMMID के द्वारा नवजात शिशुओं के माता-पिता को जागरुक किया जायेगा और उन्हें अपने बच्चों को अनुवांशिक बीमारियों से बचाने के लिए बताया जायेगा.
इसके साथ ही NIDAN केन्द्रों की स्थापना UMMID पहल के तहत की जाएगी. इन केन्द्रों की स्थापना के लिए देश के 115 जिलों की पहचान की गई है. इन केन्द्रों में परिजनों को काउंसलिंग, टेस्टिंग और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी.
उद्देश्य
इस अवसर पर जानकारी देते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि इस पहल से उन बच्चों की जान बचाई जा सकती है जो घातक अनुवांशिक रोगों से ग्रस्त हो जाते हैं. साथ ही, इससे सरकारी अस्पतालों में मिलने वाली चिकित्सा सुविधाओं को सभी जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जा सकेगा. वर्ष 2022 तक 75 नये मेडिकल कॉलेज खोले जायेंगे. दिल्ली, जोधपुर, हैदराबाद और कोलकाता में इन केन्द्रों ने काम करना शुरु कर दिया है. दिल्ली स्थिति लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और एयर फ़ोर्स रिसर्च सेंटर में इन केन्द्रों की स्थापना की गई है.
करेंट अफेयर्स ऐप से करें कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी,अभी डाउनलोड करें| Android|IOS
Comments
All Comments (0)
Join the conversation