संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने हाल ही में भारतीय सेना के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल अभिजीत गुहा को यमन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है. अभिजीत गुहा को यमन के हुदैदा शहर में यूएन मिशन का प्रमुख नियुक्त किया गया है. पिछले कुछ साल से यमन में गृह युद्ध के हालात हैं, जिसके कारण से हजारों लोगों की जान चली गई है.
ये ज़िम्मेदारी अभिजीत गुहा से पहले लेफ्टिनेंट जनरल माइकल ललेसगार्ड संभाल रहे थे. इन्होने इस पद पर 31 जनवरी से लेकर 31 जुलाई 2019 तक काम किया था. अभिजीत गुहा हुदैदा समझौते को सहायता देने वाले यूएन मिशन (यूएनएमएचए) की अगुआई करने के साथ ही पुनर्स्थापन समन्वय समिति (आरसीसी) का अध्यक्ष पद भी संभालेंगे. संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन में भारतीय सेना का सबसे अहम योगदान रहता है.
अभिजीत गुहा कौन है?
• अभिजीत गुहा के पास राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सेना का 39 साल का बहुत ही लंबा अनुभव है.
• वे साल 2009 से साल 2013 तक संयुक्त राष्ट्र के शांतिरक्षक अभियान विभाग में उप सैन्य सलाहकार और सैन्य सलाहकार रह चुके हैं.
• वे कंबोडिया में भी संयुक्त राष्ट्र के सैन्य पर्यवेक्षक के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
• उन्होंने अफ्रीका एवं पश्चिम एशिया में संयुक्त राष्ट्र की कई जांच की अगुआई भी की है.
• वे साल 2013 में भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए थे.
• अभिजीत गुहा इससे पहले भी अनेक अहम पदों पर रह चुके हैं जिनमें भारतीय सेना में कमांड, स्टाफ़ और निर्देशक ज़िम्मेदारियां शामिल हैं.
• उन्होंने साल 1992 से साल 1993 तक कम्बोडिया में संयुक्त राष्ट्र के संक्रमणकालीन प्राधिकरण हेतु मिलिटरी पर्यवेक्षक के रूप में भी काम किया था.
• उन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा अभियानों में साल 2014 में टैक्नोलॉजी व नवीकरण पर विशेषज्ञ पैनल में भी सेवा की.
• वे साल 2015 में शांति अभियानों पर स्वतंत्र उच्च स्तरीय पैनल में भी रह चुके हैं.
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