केंद्र सरकार ने 11 जून 2018 को सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) के माध्यम से गांवों में 5,000 वाई-फाई चौपाल और रेल टिकटों की डिलीवरी का शुभारंभ किया.
इस सेवा का उद्घाटन नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने किया था.
5000 वाई-फाई चौपाल
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मुख्य तथ्य: पूरे देश से आए 3000 ग्राम स्तर के उद्यमियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि भारत में सभी वाईफाई चौपाल ज्ञान के केंद्र बन जायेंगे. साझा सेवा केंद्र भविष्य में आंकड़े एकत्र करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे. यह केंद्र सामग्री वितरण नेटवर्क का भी निर्माण करेंग.ग्रामीण भारत को तकनीकी विकास का लाभ मिलेगा और भारतनेट परियोजना से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार के अवसर सृजित होंगे तथा लोगों को देश के समावेशी विकास में योगदान करने का मौका मिलेगा. वाई-फाई चौपाल के तहत जो ढांचा खड़ा किया गया है वो राष्ट्रीय संपत्ति होगी. इसका प्रयोग सेवा प्रदाता बिना किसी भेदभाव के कर सकेंगे. साझा सेवा केंद्रों का प्रयोग देश में भारतनेट की देखभाल संबंधी कार्यों में भी होगा.
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सीएससी के माध्यम से रेल टिकट बुकिंग:
सीएससी एसपीबी ने अपने केंद्रों के माध्यम से सेवाएं प्रदान करने के लिए आईआरसीटीसी के साथ एक समझौता किया है. इसके तहत सीएससी केंद्र आईआरसीटीसी के एजेंट के रूप में कार्य करेंगे. वे सामान्य रेल टिकटों का भी विक्रय करने में सक्षम होंगे.
यात्री न केवल आरक्षित बल्कि आने वाले समय में सर्विस सेंटरो पर अनारक्षित यानि जनरल टिकट भी बुक करा संकेगे. अनारक्षित टिकट की बुकिंग लगभग एक महीने में शुरू होगी.
देशभर में मौजूदा समय में 2 लाख 90 हजार सीएससी है जिसके जरिये दूरजराज के लोगो को गांव में ही तमाम सुविधाये मिल रही है. सीएससी से बुक किए जा सकने वाले टिकटों की संख्या पर कोई सीमा नहीं होगी.
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