केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने 13 अप्रैल 2018 को वेब आधारित ऐप 'ई-एफआरआरओ' (ई-फॉरेनर्स रीजनल रेजिस्ट्रेशन ऑफिस) लॉन्च किया.
उद्देश्य:
ई- एफआरआरओ योजना का उद्देश्य भारत आने वाले विदेशियों को तेजी से और कुशल सेवाएं प्रदान करने की कोशिश कर रहा है ताकि उन्हें सुखद यात्रा का अनुभव मिल सके.
ई-एफआरआरओ योजना:
• ई-एफआरआरओ योजना विदेशी पर्यटकों और यात्रियों को मानव रहित इंटरफेस की आवश्यकता को खत्म करते हुए पेपरलेस और कैशलेस वीजा से संबंधित सेवाओं का लाभ उठाने की अनुमति मिल जाएगी.
• नई प्रणाली में विदेशियों को भारत में 27 वीजा और आव्रजन सेवा केंद्रों से अपनी समस्त आवश्यकताओं को पूरा करने का लाभ मिलने लगेगा.
• उन्हें एफआरआरओ कार्यालय जाने की जरूरत नहीं होगी. वे पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं तथा ई-मेल या पोस्ट के जरिये सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं.
• ई- एफआरआरओ के अंतर्गत विदेशियों को स्वयं पंजीकरण कर अपनी यूजर आईडी बनाने की आवश्यकता होती है.
• इसके बाद वे भारत में पंजीकरण, वीजा विस्तार, वीजा रूपांतरण, निकास परमिट आदि जैसे विभिन्न वीजा और आव्रजन संबंधित सेवाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
• ई- एफआरआरओ योजना के अंर्तगत चार रीजनल एफआरओ बनाये गए हैं. इनमें चार केंद्र फरवरी में बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली और मुंबई में शुरू किये गए.
• अब कोलकाता, अमृतसर, हैदराबाद, कोच्चि, तिरुवनंतपुरम, कोझीकोड, लखनऊ और अहमदाबाद में भी रीजनल सेंटर शुरू कर दिए गए हैं.
पृष्ठभूमि:
पिछले साल देश में एक करोड़ से ज्यादा पर्यटक भारत आये थे जिनमें तकरीबन 3.6 लाख लोगों को वीजा से जुड़ी विभिन्न सेवाओं के लिए एफआरआरओ कार्यालयों में जाना पड़ा था.
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