दवा कम्पनी नोवार्टिस ने भारतीय मूल के वसंत नरसिम्हन को अगला सीईओ नियुक्त करने का ऐलान किया. भारतीय मूल के वसंत नरसिम्हन 8 साल तक कंपनी के सीईओ रहे जोसेफ जिमेनेज का स्थान लेंगे. नोवार्टिस दुनिया की दिग्गज फार्मास्युटिकल्स कंपनियों में से एक है.
4 सितम्बर 2017 को नोवार्टिस कम्पनी द्वारा जारी बयान के अनुसार वसंत नरसिम्हन 1 फरवरी, 2018 से कंपनी का कार्यभार संभालेंगे. 57 वर्षीय जिमेनेज जनवरी के अंत में रिटायर हो रहे हैं.
वर्तमान में 41 वर्षीय नरसिम्हन कंपनी के चीफ मेडिकल ऑफिसर और ड्रग डिवेलपमेंट विभाग के ग्लोबल हेड की जिम्मेदारी का निर्वाह कर रहे है. वह कंपनी की कार्यकारी समिति के सदस्य भी हैं. सीईओ के पद पर नियुक्ति के बाद वसंत नरसिम्हन पर नई दवाएं विकसित करने और अंडरपरफॉर्मिंग असेट्स को बेचने की चुनौती होगी.
जोसेफ जिमेनेज ऐसे वक्त में कंपनी की जिम्मेदारी वसंत नरसिम्हन को सौंपेंगे, जब यह दिग्गज स्विस फर्म अपने आई-केयर बिजनस के भविष्य को लेकर असमंजस की स्थिति में है.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार जोसेफ जिमेनेज ने कहा, कि किसी सीईओ को लम्बे समय तक पद पर नहीं रहना चाहिए. जोसेफ जिमेनेज के रिटायरमेंट की खबर के साथ ही ज्यूरिख के शेयर मार्केट में कंपनी के शेयरों में गिरावट देखने को मिली. नोवार्टिस के शेयर 0.7% गिर गए।
भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक नरसिम्हन तमाम वैश्विक दवा कंपनियों में सबसे युवा सीईओ हैं. उनके अलावा इसी साल अप्रैल में लंदन स्थित ड्रग मेकर कंपनी ग्लैक्सोस्मिथक्लिने की कमान 48 वर्षीया एम्मा वॉम्सले को दी गई.
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