कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का 21 दिसंबर 2021 को निधन हो गया. वे 93 साल के थे. उन्होंने दिल्ली के फोर्टिंस अस्पताल में अंतिम सांस ली. तीन दिन पहले स्वास्थ्य खराब होने के चलते उन्हें यहां इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. बता दें कि कल ही उनका जन्मदिन भी था.
उनके निधन पर कांग्रेस के सभी नेताओं ने अपना दुख प्रकट किया है. राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा कि वोरा जी एक सच्चे कांग्रेसी और अद्भुत इंसान थे. हम उन्हें बहुत मिस करेंगे. उनके परिवार और दोस्तों को मेरा प्यार और संवेदनाएं. मोतीलाल वोरा गांधी परिवार के बेहद करीबी थे.
Vora ji was a true congressman and a wonderful human being. We will miss him very much.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 21, 2020
My love & condolences to his family and friends. pic.twitter.com/MvBBGGJV27
मोतीलाल वोरा के बारे में
मोतीलाल वोरा का जन्म 20 दिसंबर 1928 को नागौर (तब जोधपुर रियासत) में हुआ था. उनके पिता का नाम मोहनलाल वोरा और मां का नाम अंबा बाई था.
मोतीलाल वोरा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके हैं. मोतीलाल वोरा गांधी परिवार के बेहद करीबी थे.
वे लंबे समय तक कांग्रेस में कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालते रहे थे. वे राजनीति में आने से पहले एक पत्रकार की भूमिका निभा रहे थे.
श्री मोतीलाल वोरा जी के निधन से कांग्रेस पार्टी के हर एक नेता, हर एक कार्यकर्ता को व्यक्तिगत तौर पर दुःख महसूस हो रहा है। वोरा जी कांग्रेस की विचारधारा के प्रति निष्ठा, समर्पण और धैर्य के प्रतीक थे।... @MotilalVora pic.twitter.com/Qvp0R3yRb8
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 21, 2020
मोतीलाल वोरा ने लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी के संगठन में काम किया. वह गांधी परिवार के वफादार माने जाते थे.
मोतीलाल वोरा ने साल 1993 में उत्तर प्रदेश के गवर्नर के तौर पर जिम्मेदारी संभाली थी और 3 साल तक वह यूपी के राज्यपाल थे. इसके अतिरिक्त वोरा केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी संभाल चुके हैं.
उनको 13 फरवरी 1985 में मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया. 13 फरवरी 1988 को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देकर 14 फरवरी 1988 में केंद्र के स्वास्थ्य-परिवार कल्याण और नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार संभाला था.
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