व्यापारी विजय माल्या को लंदन में स्कॉटलैंड यार्ड द्वारा गिरफ्तार किया गया है. भारत द्वारा भगोड़े घोषित किये गये विजय माल्या को वेस्टमिंस्टर कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तार किया गया है. उन्हें कोर्ट द्वारा लोन डिफॉल्ट मामले में आदेश पर हिरासत में लिया गया.
विजय माल्या को हिरासत में लिए जाने के 3 घंटे के भीतर जमानत पर रिहा कर दिया गया. इससे भारत द्वारा माल्या के प्रत्यर्पण की कोशिशों पर लगाम लग गयी है. वित्त राज्यमंत्री ने विजय माल्या पर कठोर कदम उठाने का कार्रवाई करने का दिलासा दिया है.
किंगफिशर एयरलाइन्स पर लगभग 9000 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है. यह कर्ज एसबीआई की अगुवाई वाले 17 बैंकों के समूह ने दिया था. मार्च 2016 में विजय माल्या भारत छोड़ कर लंदन चले गये थे.
इससे पहले विजय माल्या ने यूएसएल के साथ समझौता किया था जिसके तहत उन्हें कंपनी से हटने के एवज में 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम मिली थी. उस समय वह सभी 'पर्सनल लायबिलिटी' से वह मुक्त कर दिए गए थे. उसी समय से माल्या ब्रिटेन में हैं.
इसके कुछ दिन बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने माल्या को अपने पासपोर्ट के साथ व्यक्तिगत रूप से 30 मार्च, 2016 को पेश होने को कहा था. माल्या ने भारत आने से इंकार कर दिया था. भारत ने 8 फरवरी 2017 को औपचारिक तौर पर ब्रिटेन सरकार को भारत-ब्रिटेन प्रत्यर्पण संधि के तहत माल्या के प्रत्यर्पण का औपचारिक आग्रह किया था. वहीं भारत में उनकी संपत्ति की नीलामी की जा रही है.
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