लगभग 25,000 लोगों की मौत के साथ कोलंबिया में एक पूरे शहर को नष्ट करने वाले ज्वालामुखी ने उस विनाशकारी विस्फोट की 36वीं बरसी के दिन, इस सप्ताह के अंत में राख और गैस उगली है.
नेवाडो डेल रुइज़ ज्वालामुखी के बारे में कोलंबियाई भूवैज्ञानिक सेवा द्वारा दी गई महत्त्वपूर्ण जानकारी
कोलंबियाई भूवैज्ञानिक सेवा ने यह कहा है कि, नेवाडो डेल रुइज़ ज्वालामुखी ने शनिवार से "ध्यान देने योग्य" गतिविधि दिखाई है.
पश्चिमी कोलंबिया में नेवाडो डेल रुइज़, प्रशांत बेसिन के चारों ओर एक पथ ‘रिंग ऑफ़ फायर’ पर कई ज्वालामुखियों में से एक है. यह भू-खंड सक्रिय ज्वालामुखियों और लगातार आने वाले भूकंपों के लिए प्रसिद्ध है.
वर्ष, 1985 के अंत में दशकों तक निष्क्रिय पड़े रहने के बाद, इस ज्वालामुखी में गड़गड़ाहट शुरू हो गई और फिर, उस साल 13 नवंबर को यह ज्वालामुखी फट गया और इससे इतनी गर्मी उत्सर्जित हुई कि इसने पहाड़ को स्थायी रूप से ढकने वाली समस्त बर्फ को पिघला दिया.
इस पहाड़ ने मिट्टी की एक व्यापक परत को गिरा दिया जिसने अर्मेरो शहर को निगल लिया, जिससे 50,000 की आबादी वाले इस शहर में उस दौरान आधी आबादी की मौत हो गई.
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कोलंबियाई लोगों के साथ-साथ दुनिया भर के लोगों की यादों में 13 वर्षीय ओमायरा सांचेज़ का फुटेज अंकित है, जो अपने नष्ट हुए घर के मलबे में फंस गई थी और उसकी गर्दन तक पानी और कीचड़ था. उसने तीन दिन ऐसे ही बिताए, जब तक कि वह आखिरकार मर नहीं गई.
इस ज्वालामुखी विस्फोट को कोलंबियाई इतिहास में सबसे खराब प्राकृतिक आपदा माना जाता था और इसके साथ ही इसे 20 वीं शताब्दी के सबसे घातक ज्वालामुखी विस्फोटों में से एक माना जाता था.
भूवैज्ञानिक सेवा ने यह भी कहा है कि अब, नेवाडो डेल रुइज़ "11 वर्षों से अधिक समय से अस्थिरता की अवधि" में है.
नेवाडो डेल रुइज़ ज्वालामुखी पर रखी जा रही है नजर
इसे 20वीं सदी का सबसे खतरनाक ज्वालामुखी विस्फोट कहा जाता है और इस विस्फोट को कोलंबियाई इतिहास में सबसे खराब प्राकृतिक आपदा माना जाता है. भूवैज्ञानिक सेवा के अनुसार, नेवाडो डेल रुइज़ 11 वर्षों से अधिक समय से अस्थिर है. ज्वालामुखी की इस अस्थिरता का यह दौर 11 साल तक चला है. इस दौरान ज्वालामुखी से धुंआ निकलने की गतिविधि भी देखी गई है. भूगर्भीय सेवा ने वर्तमान राख उत्सर्जन दिखाते हुए एक ग्राफिक भी पोस्ट किया है, जोकि वर्ष, 2014 और 2015 के वर्षों के समान ही है. हालांकि, इस ज्वालामुखी की विशेष निगरानी अभी की जा रही है.
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