World AIDS Day 2021: हर साल 01 दिसंबर को पूरी दुनिया में विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day) मनाया जाता है. इसके पीछे मुख्य उद्देश्य एड्स के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना है. विश्व एड्स दिवस मनाने की वजह, एचआईवी या एड्स के प्रति लोगो को जागरुक करना और इससे ग्रसित लोगों की मदद करना था.
विश्व एड्स दिवस मनाने का उद्देश्य एचआईवी संक्रमण की वजह से होने वाली महामारी एड्स के बारे में हर उम्र के लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना है. एड्स आज के आधुनिक समय की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है.
विश्व एड्स दिवस 2021 की थीम
विश्व एड्स दिवस के लिए इस साल की थीम- “असमानताओं को समाप्त करें, एड्स का अंत करें” है. WHO का कहना है कि इस साल का मुख्य एजेंडा दुनिया भर में आवश्यक एचआईवी सेवाओं तक पहुंच में बढ़ती असमानताओं को उजागर करना है.
विश्व एड्स दिवस का महत्व
यह दिवस लोगों और सरकारों को याद दिलाता है कि एचआईवी वायरस बहुत अधिक प्रचलित है. इसके खिलाफ सतर्क रहने की जरूरत है. विश्व एड्स दिवस लोगों को बताया है कि अभी ओर जागरूकता बढ़ाने, जनता को शिक्षित करने और एड्स के खिलाफ मिलजुलकर लड़ने की आवश्यकता है.
क्या होता है एचआईवी एड्स?
एचआईवी (HIV) एक प्रकार के जानलेवा इंफेक्शन से होने वाली गंभीर बीमारी है. इसे मेडिकल भाषा में ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) के नाम से जाना जाता है. वहीं लोग इसे आम बोलचाल में एड्स (एक्वायर्ड इम्यून डेफिशिएंसी सिंड्रोम) के नाम से जानते हैं. इसमें जानलेवा इंफेक्शन व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) पर हमला करता है जिसकी वजह से शरीर सामान्य बीमारियों से लड़ने में सक्षम नहीं हो पाता.
विश्व एड्स दिवस का इतिहास
सबसे पहले विश्व एड्स दिवस साल 1988 में मनाया गया था. प्रारंभ में यह दिवस केवल बच्चों और युवाओं से ही जोड़कर देखा जाता था, लेकिन बाद में पता चला कि एआईवी संक्रमण किसी भी आयु के व्यक्ति को हो सकता है. साल 1997 में विश्व एड्स अभियान के तहत संचार, रोकथाम और जागरूकता पर काम शुरू हुआ. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक 2020 में पूरी दुनिया में 3.77 करोड़ लोग इस बीमारी से पीड़ित थे.
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