प्रत्येक साल 01 जून को विश्व दूग्ध दिवस (World Milk Day) मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन द्वारा दूध के वैश्विक महत्व को उजागर करने हेतु सबसे पहले इस दिन की शुरुआत की गई थी. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य डेयरी या दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में स्थिरता, आजीविक और आर्थिक विकास का योगदान है.
विश्वभर में दूध से पोषित हो रहे लोगों और इससे चलने वाली आजीविका के कारण इस दिन को विशेष महत्व दिया जाता है. इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य विश्वभर में दूध को वैश्विक भोजन के रूप में मान्यता देना है. दूध और दूध से बने पदार्थों के फायदे और इनकी खासियत बताने हेतु इस दिन को शुरू किया गया था.
विश्व दुग्ध दिवस 2021 की थीम
प्रत्येक साल दुग्ध दिवस के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा एक थीम निर्धारित किया जाता है. विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर इस वर्ष की थीम 'पर्यावरण, पोषण और सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के साथ-साथ डेयरी क्षेत्र में स्थिरता' (sustainability in the dairy sector along with empowering the environment, nutrition, and socio-economic) पर केंद्रित है.
विश्व दुग्ध दिवस का महत्व
विशेष रूप से भारत में विश्व दुग्ध दिवस बहुत ही उत्साह के साथ मनाजा जाता है. भारत एक कृषि प्रधान राष्ट्र है ऐसे में हमारे लिए विश्व दुग्ध दिवस बहुत महत्व रखता है. भारत में बहुत से लोग दूध और डेयरी उत्पादन से जुड़े हुए हैं और आज का दिन उन्हें दूध और डेयरी उत्पादन के बारे में खुलकर बात करने का मौका देता है. यह दिन स्वास्थ्य, पोषण और प्रभावशीलता से संबंधित डेयरी उत्पादों के लाभों के बारे में बात करने हेतु प्रोत्साहित करता है.
विश्व दुग्ध दिवस का इतिहास
प्रत्येक साल 01 जून को विश्वभर के लोग विश्व दुग्ध दिवस मनाते हैं. संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन ने इसकी स्थापना की थी. विश्व दुग्ध दिवस 01 जून को ही चुना गया क्योंकि संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन द्वारा इसे मान्यता दिए जाने से पहले इसी दिन बहुत से देश विश्व दुग्ध दिवस पहले से ही मना रहे थे.
दूध के फायदे: एक नजर में
दूध पोषक तत्वों से भरपूर होता है. दूध में कैल्सियम, मैगनिशियम, ऑयोडीन, आयरन, पोटेशियम, फोलेट्स, जिंक, फॉसफोरस, विटामिन डी, राइबोफ्लेविन, विटामिन ए, विटामिन बी12, प्रोटीन, स्वस्थ फैट होते हैं. क्योंकि इसमें उच्च गुणवत्ता के प्रोटीन और दूसरे कई अमीनो एसिड और फैटी एसिड मौजूद होता है. इसलिए दूध हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायेदेमंद होता है.
विश्व दुग्ध दिवस क्यों मनाते हैं?
विश्व दुग्ध दिवस का उद्देश्य मानव जीवन में दूध और दुग्ध उत्पादों के महत्व के बारे में लोगों में जागरुक करना है. दूध से आपकी सेहत को मिलने वाले फायदों के बारे में आम जनता की जागरुकता बढ़ाने के लिये विश्व दुग्ध दिवस मनाया जाता है. प्रथम विश्व दुग्ध दिवस 01 जून 2001 को मनाया गया था.
विश्व दुग्ध दिवस कैसे मनाएं
प्रत्येक साल अलग थीम देने का उद्देश्य यही होता है कि दूध और डेयरी उत्पादों को लेकर लोगों के बीच जागरुकता बढ़ाई जाए. बहुत सारे एनजीओ और अन्य संगठन बढ़-चढ़ कर विश्व दुग्ध दिवस के कार्यक्रमों को आयोजित करते हैं और मुफ्त में वंचित बच्चों को दूध के पैकेट बांटते हैं.
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