देशभर में ट्रॉमा केयर सिस्टम को मजबूत करने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने ऑस्ट्रेलिया के अल्फ्रेड हेल्थ एण्ड मोनेश यूनिवर्सिटी के साथ एक समझौता किया.
समझौते का उद्देश्य
इस समझौते का उद्देश्य देशभर में ट्रॉमा केयर सिस्टम को मजबूत करना है. इस परियोजना के तहत दोनों देशों द्वारा अपनी ट्रॉमा चिकित्सा सेवाओं, विशेषज्ञता और अनुसंधान संबंधी जानकारी का आदान-प्रदान किया जाना है.
विदित हो कि इस समझौते के लिए ऑस्ट्रेलियाई और भारतीय सरकार द्वारा ऑस्ट्रेलिया-भारत रणनीतिक शोध कोष ग्रैंड चैलेंज योजना के जरिए 26 लाख डॉलर (करीब 16 करोड़) से ज्यादा की राशि निवेश की जानी है, ताकि जख्मी लोगों को ऐसी देखभाल मिले जिनकी उन्हें जरूरत होती है.
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (All India Institute of Medical Sciences)
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला वर्ष 1952 में रखी गई थी. अंत में एम्स का सृजन वर्ष 1956 में एक स्वायत्त संस्थान के रूप में स्वास्थ्य देखभाल के सभी पक्षों में उत्कृष्टता को पोषण देने के केंद्र के रूप में कार्य करने हेतु किया गया था. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की स्थापना सभी शाखाओं में स्नातक और स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा में अध्यापन के पैटर्न विकसित करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय महत्त्व के एक संस्थान के रूप में की गई थी, ताकि भारत में चिकित्सा शिक्षा के उच्च मानक प्रदर्शित किए जा सकें तथा स्वास्थ्य गतिविधि की सभी महत्त्वपूर्ण शाखाओं में कार्मिकों के प्रशिक्षण हेतु उच्चतम स्तर की शैक्षिक सुविधाएं एक ही स्थान पर लाने और स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा में आत्मनिर्भरता पाई जा सके.
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