अमेरिका के रॉबर्ट लेफ्कोविज और ब्रायन कोबिल्का को वर्ष 2012 हेतु रसायन के नोबेल पुरस्कार के लिए चयनित किया गया. इन दोनों वैज्ञानिकों ने ऐसे प्रोटीनों की खोज की है जो कोशिकाओं को शरीर के बाहर से मिलने वाले संकेतों के अनुसार कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं. यह खोज से ज्यादा असरदार दवाओं के निर्माण में सहायक है. स्टॉकहोम में रायल एकेडमी ऑफ साइंसेज ने 10 अक्टूबर 2012 को इसकी घोषणा की.
रायल एकेडमी ऑफ साइंसेज के अनुसार इन रॉबर्ट लेफ्कोविज और ब्रायन कोबिल्का ने जी-प्रोटीन रिसेप्टरों की खोज की. आधी से ज्यादा दवाएं इन्हीं रिसेप्टरों के माध्यम से अपना असर दिखाती हैं. ऐसे में इन रिसेप्टरों के बारे में जानकारी से बेहतर दवाओं का निर्माण संभव हो सकेगा.
विदित हो कि वर्ष 2012 के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा 8 अक्टूबर 2012 से शुरू हुई है. सबसे पहले चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार का ऐलान किया गया. इसके बाद भौतिकी के नोबेल पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की गई.
नोबेल पुरस्कारों की स्थापना स्वीडन के 19वीं सदी के उद्योगपति अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत के आधार पर की गई थी. अल्फ्रेड नोबेल ने डायनामाइट का आविष्कार किया था. प्रत्येक नोबेल पुरस्कार के तहत 12 लाख डॉलर (लगभग 6 करोड़ 32 लाख रुपए) की राशि दी जाती है.
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