इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एथलेटिक्स फेडेरेशंस (आईएएएफ) ने 13 नवंबर 2015 को रूस को ट्रैक और फील्ड इवेंट्स से प्रावधिक तौर पर निलंबित कर दिया. ऐसा रुस के एथलीटों, कोचों, प्रशिक्षकों, डॉक्टरों और अधिकारियों के खिलाफ डोपिंग में लिप्त पाए जाने पर किया गया है.
रुस को प्रतिस्पर्धा से प्रतिबंधित करने के लिए आईएएएफ काउंसिल के सदस्यों ने 22–1 वोट डाले.
यह प्रतिबंध रूसी एथलीटों को दुनिया में होने वाले सभी स्वीकृत अंतरराष्ट्रीय ट्रैक एवं फील्ड इवेंट्स से बाहर रखेगा. साथ ही इस प्रतिबंध की वजह से देश की 2016 में ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में होने वाली ग्रीष्मकालीन ओलंपिक्स की तैयारियों पर भी प्रभाव पड़ेगा.
निलंबन के बाद रुस 2016 में चेबोकसरी में होने वाली वर्ल्ड रेस वॉकिंग टीम चैंपियनशिप और कजान में होने वाले वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप का आयोजन नहीं कर पाएगा.
आईएएएफ ने यह सख्त कार्रवाई 9 नवंबर 2015 को इंडिपेंडेंट कमिशन (आईसी) ऑन डोपिंग इन स्पोर्ट्स द्वारा जमा की गई वर्ल्ड एंटी–डोपिंग एजेंसी (वाडा) की रिपोर्ट के बाद की.
इससे पहले जून 2015 में वाडा की प्रकाशित एंटी– डोपिंग रूल वायोलेशंस (एडीआरवी) रिपोर्ट में कहा गया था कि रूस में डोपिंग के दोषी पाए जाने वाले खिलाड़ियों की संख्या सबसे अधिक है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation