संयुक्त अरब अमीरात की विमानन कम्पनी इतिहाद एयरवेज के विमान बोइंग 777 को 45 मिनट के प्रदर्शन के लिए जैव ईंधन द्वारा 19 जनवरी 2014 को संचालित किया गया. इस जैव ईंधन एक फ्रांसीसी कंपनी टोटल के सहयोग से विकसित किया गया. इसके साथ ही संयुक्त अरब अमीरात उन देशों की श्रेणी में आ गया है जो खुद जैव ईंधन का उत्पादन कर विमान में प्रयुक्त करते हैं.
जैव ईंधन संचालित उड़ानों के बारे में कहा जाता कि ये 50 प्रतिशत से कम कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन करते हैं औऱ अपने जीवन चक्र से अधिक जीवाश्म ईंधन छोडते हैं.
अबू धाबी स्थित वाहक कंपनी टोटल ने बोइंग निर्माता कम्पनी के साथ स्थानीय निर्मल तकरीर और मासदार अनुसंधान संस्थान के साथ मिलकर, संयुक्त अरब अमीरात ने एक जीवाश्म विमानन उद्योग लगाने की पहल का समर्थन किया.
अतीत में पेरिस द्वारा इसी तरह की उड़ानों के एयरशो के दौरान जैव ईंधन प्रदर्शन ईंधन की 10 प्रतिशत राशि इस्तेमाल की गयी थी.
टोटल कंपनी जो आंशिक रूप से सरकार के स्वामित्व वाली तकरीर (अबू धाबी राष्ट्रीय तेल कंपनी की एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी) कंपनी है, के द्वारा पौधों में से जैव ईंधन को परिष्कृत किया गया है जिसे बाद में जैव ईंधन में बदल दिया गया.
वर्तमान में, बायोइनर्जी कंसोर्टियम नामक एक स्थायी अनुसंधान को अबू धाबी में मसदार संस्थान द्वारा आयोजित किया जा रहा है जिसमें बोइंग और इतिहाद एयरवेज के संस्थापक भागीदार शामिल हैं.
टीम शोध और नमक सहिष्णु पौधों को विकसित कर रही है, जो कि कच्चे माल को परिष्कृत करने की प्रक्रिया को करने के रूप में कार्य करेगी जिसे इतिहाद एयरवेज की उड़ानों के लिए अक्षय ईंधन के उत्पादन में इस्तेमाल किया जाएगा.
इस पहल का लक्ष्य, अनुसंधान और विकास के साथ साथ संयुक्त अरब अमीरात और दुनिया भर में फीडस्टॉक के उत्पादन और शोधन क्षमता में निवेश करना है.
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