उत्तर प्रदेश सरकार ने भारत की निजी क्षेत्र की कंपनी रिवर इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर राज्य की पहली हवाई टैक्सी सेवा ‘वायुमित्र’ परियोजना के लिए एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जून 2014 के प्रथम सप्ताह में दिल्ली में निवेशक सम्मेलन में इस सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए. इस परियोजना का उद्देश्य राज्य के पर्यटन व धार्मिक स्थलों को आपस में जोड़ना है.
‘वायुमित्र’ परियोजना
इस परियोजना के केंद्र में राज्य के पर्यटन केंद्र और धार्मिक स्थल हैं. पर्यटन की दृष्टि से आगरा, मथुरा, खजुराहो और वाराणसी को जोड़ने जबकि धार्मिक क्षेत्र में मथुरा, अयोध्या, वाराणसी और इलाहाबाद को आपस में जोड़ने की योजना है. इसके अलावा इस परियोजना के तहत राजधानी लखनऊ को राज्य के हर जिला मुख्यालय से जोड़ने एवं हवाई एंबुलेंस सेवा प्रदान करने का भी प्रावधान है.
रिवर इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के अनुसार हेलीकाप्टरों की खरीद, लाइसेंस तथा हेलीपैडों के जमीन अधिग्रहण और निर्माण कार्य मई 2014 तक पूरा करने की है. यह सेवा जून 2015 से शुरू की जानी है.
वायुमित्र परियोजना प्रारंभ में चार हेलीकाप्टरों के साथ शुरु करने की योजना है जिनकी संख्या बाद में बढ़ाई जाएगी. परियोजना पर 350 करोड़ रूपए का खर्च आएगा.
कंपनी के अनुसार आपातकालीन चिकित्सा के लिए इस सेवा का उपयोग करने वाले वरिष्ठ नागरिकों को विशेष सुविधाएं और किराए में छूट भी देने का प्रावधान है.
सेवानिवृत एयर वाइस मार्शल रवि श्रीवास्तव को एयर चार्टर सेवा कारोबार का प्रमुख बनाया गया है.
रिवर इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड
रिवर इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड (River Engineering Private Limited) विमानन कंपनियों के लिए विभिन्न इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रो-मकैनिकल उपकरण बनाने वाली निजी क्षेत्र की एक भातीय कंपनी है, जिसका मुख्यालय ग्रेटर नोयडा, उत्तर प्रदेश में स्थित है. इस कंपनी ने हवाई टैक्सी क्षेत्र में पहली बार कदम रखा है.
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