केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने देश में एफएएस टैग (FASTag) ब्रांड नाम से इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (ईटीसी) प्रोग्राम शुरु करने का फैसला 16 सितंबर 2014 को किया.
ईटीसी एक ऐसा प्रोग्राम है जिसके द्वारा राजमार्ग के टोल नाकों पर वाहनों को बिना रोके इलेक्ट्रॉनिक भुगतान किया जा सकेगा.
एफएएस टैग (FASTag) कार्यक्रम से संबंधित मुख्य तथ्य
• वाहनों को आरएफआईडी टैग का एक अनोखा नंबर दिया जाएगा जिसे वाहन के विंड शील्ड पर लगाना होगा.
• विंड शील्ड पर लगे आरएफआईडी टैग टोल नाका के ईटीसी लेन में लगे रीडर द्वारा पढ़ लिया जाएगा, जो ग्राहक के खाते से वाहन की श्रेणी के आधार पर उचित मात्रा घटा देगा.
• भुगतान की पूरी प्रक्रिया स्वचालित होगी.
• ईटीसी लेनों में एफएएस टैग लेन की मान्यता की अलग पहचान के लिए कलर कोडिंग की जाएगी.
• आरएफआईडी आधारित एफएएस टैग आईसीआईसीआई और एक्सिस बैंक मुहैया कराएगा. वे अपने फ्रेंचाइजी या एजेंटों के जरिए सेंट्रल क्लीयरिंग हाउस (सीएचएच) और टोल प्लाजा के निकट बिक्री केंद्र मुहैया कराएंगे.
• सड़क का इस्तेमाल करने वाले एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के चुने गए टोल प्लाजा स्थानों या बिक्री स्थल (प्वाइंट ऑफ सेल– पीओआई) पर जाकर इनरॉल हो सकते हैं औऱ अपने वाहनों पर FASTag लगा सकते हैं.
इसी प्रकार राजमार्ग टैग ब्रांड विकसित देशों में अलग– अलग नामों जैसे– अमेरिका में Eazee Pass, SunPass, ऑस्ट्रेलिया में e-Passin, दुबई में Salik और अन्य , मौजूद हैं.
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