ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम ने 2 मार्च 2015 को रियो ओलंपिक खेल 2016 के बाद मुक्केबाजी से सन्यास लेने की घोषणा की. मैरीकॉम ने यह फैसला इसलिए किया क्योंकि उन्हें लगता है कि इसके बाद उनका शरीर मुक्केबाजी करने में सक्षम नहीं होगा.
लंदन ओलंपिक 2012 में कांस्य पदक जीतने वाली 32 वर्षीय मैरीकॉम ने कहा कि सन्यास के बाद वह मणिपुर के इम्फाल में बनाई जा रही अपनी मुक्केबाजी अकादमी पर ध्यान देंगी.
एमसी मैरीकॉम के बारे में
- एमसी मैरीकॉम मैरीकॉम मणिपुर के उत्तर-पूर्वी राज्य के आदिवासी समुदाय कोम से संबंधित भारतीय मुक्केबाज है.
- एमसी मैरीकॉम पांच बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता है.
- वह एकमात्र भारतीय महिला मुक्केबाज है जिन्होंने वर्ष 2012 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया और फ्लाईवेट (51 किग्रा) वर्ग में प्रतिस्पर्धा की और कांस्य पदक जीता.
- एमसी मैरीकॉम वर्ष 2014 के इंचियोन एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज थी.
- मैग्निफिशेंट मैरी कॉम' नाम से मशहूर मैरीकॉम का जन्म 1 मार्च 1883 को मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में हुआ था.
पुरस्कार
• वर्ष 2013 में पद्म भूषण पुरस्कार प्राप्त किया.
• वर्ष 2010 में मुक्केबाजी के लिए पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त किया.
• वर्ष 2003 में मुक्केबाजी के लिए अर्जुन पुरस्कार सम्मानित किया गया.
• वर्ष 2009 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation