भारत की महिला और बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ ने नई दिल्ली में पांचवें भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका (इब्सा) महिला फोरम प्रस्ताव पर 16 मई 2013 को हस्ताक्षर किए. उनके साथ दक्षिण अफ्रीका की महिला और बाल मंत्री लुलामा जिंगवाना और ब्राजील की ओर से सेक्रेटरी ऑफ इवेल्यूशन ऑफ पॉलिसीज मारिया दो कार्मो गोदिन्हो डेलगाडो द्वारा भी हस्ताक्षर किए गए.
पांचवें इब्सा महिला फोरम प्रस्ताव के मुख्य बिंदु
• संयुक्ती प्रस्ताव के अनुसार तीनों देश लिंग-भेद समाप्त करने और महिला सशक्तिकरण की दिशा में सिविल सोसायटी के साथ मिलकर प्रयास तेज करने के प्रति वचनबद्ध हैं.
• संयुक्त प्रस्ताव में महिलाओं और लड़कियों के बारे में अंतरराष्ट्रीय समझौतों के प्रति फोरम की वचनबद्धता को भी स्वीकार किया गया.
• प्रस्ताव में महिलाओं और लड़कियों के प्रति हिंसा को समाप्त करने, महिलाओं खासकर ग्रामीण क्षेत्रों और हाशिए पर खड़ी महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की सिफारिश की गई.
भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका (इब्सा)
इब्सा का गठन 1-3 जून 2003 को जी-8 सम्मेलन के दौरान एवियान, फ्रांस में किया गया था. इस बैठक में भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्रियों ने भाग लिया था. यह संगठन तीसरी दुनिया के तीन सबसे बड़े अग्रणी विकासशील देशों का संगठन है, जो तीन महाद्वीपों (एशिया, अफ्रीका तथा लातीन अमेरिका) का प्रतिनिधित्व करते हैं. इस दृष्टि से अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर तीसरी दुनिया के देशों के दृष्टिकोण को प्रस्तुत करने के लिए इब्सा एक प्रभावशाली मंच के रूप में उभर रहा है. इब्सा की स्थापना का मुख्य उद्देश्य दक्षिण-दक्षिण सहयोग को बढ़ावा देना तथा अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सामूहिक राय बनाना. इसकी स्थापना का एक अन्य उद्देश्य तीन देशों के बीच आपसी व्यापार को बढ़ावा देना है.
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