केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा की दो दिवसीय मोजाम्बिक की सरकारी यात्रा 27-28 सितंबर 2013 को संपन्न हो गई. इस यात्रा के दौरान आनंद शर्मा ने मोजाम्बिक के राष्ट्रपति अल्बर्टो वकीना से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय ऐतिहासिक संबंधों पर चर्चा की.
यात्रा के दौरान आनंद शर्मा ने मोजाम्बिक के व्यापार और उद्योग मंत्री आरमंडो इनरोगा से मुलाकात कर द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की और आगे के व्यापार के लिए विविधीकरण और निवेश की जरुरतों पर सहमति व्यक्त की. आनंद शर्मा ने कहा कि दोनो देशों के बीच व्यापार में प्रभावशाली वृद्धि के कारण द्विपक्षीय व्यापार जो वर्तमान में 1.28 अरब डालर का है वह 2016 तक 3 अरब डालर तक पहुंच सकता है.
भारत ने योजाबिक के विकास की गति में सहायता उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न परियोजनाओं के लिए 64 करोड़ डालर की ऋण राशि प्रदान की . उसमें अनुदान, तकनीकी प्रशिक्षण, विश्वविद्यालयों में छात्रवृति आदि शामिल हैं.
हाल में ही मोजाम्बिक में बड़ी मात्रा में कोयला और प्राकृतिक गैस की खोज की गई. कोयला और गैस क्षेत्रों में विभिन्न भारतीय कंपनियों ने हिस्सेदारी अधिग्रहण की है.
हाल में ही संयुक्त राज अमेरिका की एनाडार्को कंपनी के नेतृत्व में प्राकृतिक गैस संघों के अधिग्रहण के लिए ओएनजीसी विदेश और ऑयल इंडिया लिमिटेड ने मोजाम्बिक के रोवयुमा बेसिन के उत्तर में लगभग 5 अरब डालर निवेश किया. साथ ही एकीकृत उर्वरक योजनाओं की स्थापना के लिए 4 अरब डालर निवेश करने की योजना भी बनाई.
आनंद शर्मा ने वर्ष 2014 में बेंगलुरु में आयोजित होने वाली भागीदारी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए एगनोरा को भारत आने और मोजाम्बिक के बीच आर्थिक भागीदारी बढ़ाने पर सत्र को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया.
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