केंद्रीय संस्कृति मंत्री चंद्रेश कुमारी कटोच ने असम स्थित जोरहाट में जोरहाट विज्ञान केंद्र एवं प्लैनिटेरियम का उद्घाटन 6 जुलाई 2013 को किया.
यह विज्ञान केंद्र मुख्य तौर पर लोगों में और खासतौर से विद्यार्थियों में वैज्ञानिक प्रवृत्ति एवं जागरूकता पैदा करने के लिए है. संस्कृति मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय संग्रहालय विज्ञान परिषद ने असम और पूर्वोत्तर के लोगों के लिए इस केंद्र को डिज़ाइन और विकसित किया है. जनता और खासतौर से विद्यार्थियों एवं बच्चों को विज्ञान और अंतरिक्ष की अनौपचारिक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए यह केंद्र और असम सरकार की अनोखी पहल है.
जोरहाट (असम)
जोरहाट असम के प्राचीनतम शहरों में से एक है. जोरहाट न सिर्फ मुख्यमंत्री का चुनाव क्षेत्र है बल्कि यह ऊपरी असम और नगालैंड का प्रवेश द्वार भी है.
• जोरहट को वर्ष 1983 में पूर्ण रूप से जिला घोषित किया गया था.
• जोरहट भोगदोई नदी के किनारे बसा हुआ है.
• असम का नाम अहोम साम्राज्य के नाम पर पड़ा है. जोरहाट अहोम साम्राज्य की राजधानी था.
• यह असमी संस्कृति का केंद्र है तथा यहां माजुली एवं काजीरंगा नेशनल पार्क जैसे प्रसिद्ध स्थल हैं.
• यह सरायघाट के युद्ध में नेतृत्व के लिए प्रसिद्ध अहोम जनरल लचित बोरपुकन का घर है जहां उन्होंने महान मुगल सेना को पराजित किया था.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation