खरीफ फसलों के पहले अग्रिम अनुमानों के अनुसार चालू सत्र के दौरान 12 करोड़ 93 लाख टन खद्यानों का उत्पादन होने का अनुमान है. ये उत्पादन अनुमान पिछली उत्पादन औसत 120.57 मि. टन से 8.75 मि. टन अधिक है. ये अनुमान केन्द्रीय कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री शरद पवार ने 24 सितंबर 2013 को जारी किए. विभिन्न फसलों के उत्पादन का मूल्यांकन राज्यों से प्राप्त फीडबैक और अन्य स्रोतों से उपलब्ध वैध जानकारी पर आधारित है.
खरीफ 2013-14 के दौरान प्रमुख फसलों का अनुमानित उत्पादन इस प्रकार है-
| फसल | उत्पादन (मि. टन) |
|---|---|
| खाद्यान्न | 129.32 |
| चावल | 92.32 |
| मोटे अनाज | 30.99 |
| मक्का | 17.78 |
| दालें | 6.01 |
| तूर | 3.04 |
| उड़द | 1.33 |
| तिलहन | 23.96 |
| गन्ना | 341.77 |
| कपास | 35.30 मि. गांठें (170 किलो प्रत्येक) |
पहले अग्रिम अनुमानों के अनुसार चावल का उत्पादन 92.32 मि. टन अनुमानित है, जो वर्ष 2012 के खरीफ उत्पादन की तुलना में कम है परंतु पिछले 5 वर्षो के औसत उत्पादन 85.40 मि. टन से अधिक है.
मोटे अनाजों का अनुमानित उत्पादन औसत उत्पादन मक्का के उत्पादन में बढ़ोतरी के कारण 1.50 मि. टन अधिक है.
खरीफ दालों का अनुमानित उत्पादन भी उड़द और तूर के उत्पादन के अधिक रहने के कारण इसके औसत उत्पादन से 0.42 मि. टन अधिक है.
मोटे अनाजों का अनुमानित उत्पादन औसत उत्पादन 3.6 मि.टन से कम है क्योंकि बाजरा और मक्का का गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और राजस्थान में बुआई क्षेत्र कम रहा है. खरीफ दालों का अनुमानित उत्पादन भी औसत उत्पादन से 0.45 मि.टन कम है. क्योंकि मूंग और अन्य खरीफ दालों में कमी आई है.
सोयाबीन के उत्पादन में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है और खरीफ तिलहनों का कुल उत्पादन भी सभी समयों से अधिक रिकॉर्ड 23.96 मि.टन होने का अनुमान है जो औसत उत्पादन से 4.56 मि.टन अधिक है.
गन्ने का अनुमानित उत्पादन चालू वर्ष के दौरान 341.77 मि.टन होने का अनुमान है जो औसत उत्पादन से 17.83 मि.टन अधिक है.
कपास का उत्पादन 35.30 मि. गांठें (170 किग्रा. प्रत्येक) होने का अनुमान है जो औसत उत्पादन 29.70 मि. गांठों की तुलना में 5.60 मि. गांठें अधिक हैं. जूट का उत्पादन भी औसत उत्पादन से थोड़ा अधिक होने का अनुमान है.
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