ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड ने 22 जुलाई 2015 को टाइप-2 मधुमेह के उपचार के लिए तीसरी पीढ़ी की ओरल डायबेटिक दवा ‘टेनेलीगलिप्तिन’ को लॉन्च किया.
कंपनी ने इस दवा को ब्रांड नाम ज़ीटेन और ज़ीटा प्लस के अंतर्गत शुरु किया है.
इस दवा की कीमत 19.90 रुपए प्रति गोली है जो एक दिन के इलाज के लिए पर्याप्त होगी. यह बाजार में उपलब्ध अन्य दवाओं की तुलना में 55 प्रतिशत सस्ती है.
यह दवा ग्लूकागन के स्तर को कम करने और इंसुलिन के स्तर को बढ़ाने में कारगर है.
सन फार्मा और यूएसवी जैसी कई अन्य कंपनियाँ ग्लिप्तिन्स बेचती हैं परन्तु ग्लेनमार्क भारत में विशेष रूप से बिक्री के लिए इस दवा का निर्माण करने वाली पहली भारतीय कंपनी है. इस दवा को भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से अनुमोदन भी प्राप्त हो चुका है.
अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह संघ (आईडीएफ) के अनुसार भारत में वर्ष 2014 में मधुमेह रोगियों की संख्या 66.8 मिलियन थी जबकि 2035 तक यह 110 मिलियन हो जाएगी.
इसके अतिरिक्त भारत का मधुमेह उपचार का बाजार 6600 करोड़ रुपये आंका गया है. ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स मुंबई में स्थित एक भारतीय दवा कंपनी है. इसकी स्थापना 1977 में ग्रेसियस सैलदनहा द्वारा की गई.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation