चौथी भारत-रूस व्यापार वार्ता सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनोमिक फोरम (स्पिएफ)-2013 के फ्रेमवर्क के अंतर्गत आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा और रूसी परिसंघ के उद्योग एवं व्यापार मंत्री डेनिस मन्तुरोव ने संयुक्त रूप से की. व्यापार वार्ता में कई प्रमुख भारतीय एवं रूसी कंपनियों ने हिस्सा लिया.
दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक सहयोग की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया. इसमें दिल्ली मुंबई औद्योगिक गलियारा परियोजना के बारे में व्याख्यान दिए गए, जिनमें बुनियादी ढांचा क्षेत्र के अंतर्गत रूसी कंपनियों के लिए उपलब्ध अवसरों पर प्रकाश डाला गया.
स्पिएफ-2013 के अवसर पर यूरोएशियन इकोनोमिक कमीशन के अध्यक्ष विक्टर ख्रिस्तेन्को के साथ भारत के उद्योग मंत्री की महत्त्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें भारत और बेलारूस, कजाकिस्तान और रूसी परिसंघ के सीमा-शुल्क संघ के बीच व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते-(सीईसीए) के बारे में बातचीत हुई. उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने स्पिएफ 2013 के फ्रेमवर्क के अंतर्गत एक परिचर्चा में भी हिस्सा लिया, जिसका विषय था ब्रिक्स भागीदारी- वैश्विक प्रबंधन में संभावनाएं और सीमाएं.
विदित हो कि वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने रूसी परिसंघ के आर्थिक विकास मंत्री आन्द्रेई बेलौसोव के निमंत्रण पर 19-22 जून 2013 के मध्य सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनोमिक फोरम (स्पिएफ)-2013 में एक सरकारी शिष्टमंडल का नेतृत्व किया. आनंद शर्मा ने मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की परिषद को भी संबोधित किया और परिषद के सह-अध्यक्षों और प्रमुख भारतीय तथा रूसी उद्योगपतियों को इस बात के लिए प्रेरित किया कि वह भारतीय और रूसी बाज़ारों में उपलब्ध संभावनाओं का लाभ उठाएं.
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