डॉ ताकेहिको ओगावा के नेतृत्व में जापानी वैज्ञानिकों के दल ने चूहे के ऊतकों में निश्चित अनुपात में प्रोटीन और अन्य खाद्य पदार्थ मिलाकर शुक्राणु तैयार किए और उनके विकास का अध्ययन भी किया. ऐसा पहली बार हुआ है कि शुक्राणु का निर्माण किसी प्रयोगशाला में किया गया हो. इसके बाद इन शुक्राणुओं का इस्तेमाल आईवीएफ तकनीक के जरिए मादा चूहों के अंडों को निषेचित करने में किया गया. निषेचन के परिणामस्वरूप 12 चूहे पैदा हुए, जिनमें नर एवं मादा दोनों थे. मार्च 2011 के चौथे सप्ताह में साइंस जर्नल नेचर में प्रकाशित इस शोध को चूहों के प्रजनन के लिए पूर्ण रूप से उपयुक्त बताया गया.
ज्ञातव्य हो कि इससे पूर्व भी कई वैज्ञानिक परखनली में ऊतकों के जरिए शुक्राणु विकसित करने की कोशिश कर चुके हैं. परंतु अभी तक किसी को भी सफलता नहीं मिल सकी थी. डॉ ताकेहिको ओगावा का यह अविष्कार कैंसर रोगियों के लिए वरदान साबित हो सकता है. क्योंकि कैंसर के इलाज के लिए की जाने वाली कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी से शुक्राणु का ह्रास होता है. डॉ ताकेहिको ओगावा के शोध का अगला चरण पुरुष शुक्राणु को परखनली में बनाना है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation