संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने नॉर्वे की महिला मेजर जनरल क्रिस्टीन लुंड को साइप्रस में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना का नेतृत्व करने के लिए जनरल (Force Commander) नियुक्त किया. इस नियुक्ति के साथ ही वह संयुक्त राष्ट्र शांति सेना की पहली महिला जनरल बन गईं. क्रिस्टीन लुंड के नियुक्ति की घोषणा संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता स्टीफेन डुजर्रिक ने 12 मई 2014 को की. मेजर जनरल क्रिस्टीन लुंड को 13 अगस्त 2014 को सेवानिवृत हो रहे चीनी मेजर जनरल चाओ लीयू का स्थान लेना हैं.
वर्ष 2014 में साइप्रस में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना की 50वीं वर्ष गाँठ भी है.
क्रिस्टीन लुंड साइप्रस में एक हजार शांति सैनिकों की कमांडर होंगी. साइप्रस वर्ष 1974 से तुर्किश साइप्रस उत्तर और ग्रीक साइप्रस दक्षिण दो भागों में विभाजित है और इनको फिर से एक करने के लिए बातचीत शुरू की गई है.
मेजर जनरल क्रिस्टीन लुंड
55 वर्षीय क्रिस्टीन लुंड वर्ष 1979 में नॉर्वे की सेना में शामिल हुई थीं. क्रिस्टीन लुंड ने वर्ष 2006 में अमेरिका के आर्मी वार कालेज में भाग लिया. वर्ष 2007 में वह नॉर्वे की सेना बल कमांड (Norwegian Army Forces Command) की उप कमांडर नियुक्त हुईं. इस नियुक्ति के बाद वह वर्ष 2009 में नॉर्वे की पहली महिला मेजर जनरल बनीं.
साइप्रस में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना से सम्बंधित मुख्य तथ्य
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा साइप्रस में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना की स्थापना 4 मार्च 1964 को की गई थी. इसका उद्देश्य द्वीप पर दो समुदायों के बीच हिंसा और रक्तपात के बाद सामान्य परिस्थितियों की वापसी के लिए योगदान करना
वर्तमान में सम्पूर्ण विश्व में कुल 17 शान्ति अभियान चलाए जा रहें हैं. 122 देशों के पेशेवर पुलिस और सेना संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना के हिस्से हैं. अंतरराष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना दिवस प्रतिवर्ष 29 मई को मनाया जाता है.
संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना में भारत बांग्लादेश पाकिस्तान का सबसे बड़ा योगदान है.
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