पंजाब सरकार ने 29 अक्टूबर 2015 को बीटा नवीकरणीय, नोवोजाय्म्स एवं सीवीसी इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये. इसका उद्देश्य राज्य में 950 करोड़ रुपये की लागत से बायोएथेनॉल रिफाइनरी स्थापित करना है.
यह समझौता दो दिवसीय पंजाब निवेशक सम्मेलन-2015 के अंतिम दिन किया गया.
इस रिफाइनरी का निर्माण दो वर्ष में किया जायेगा जिससे पंजाब बायो रिफाइनरी क्षेत्र में अग्रणी स्थान प्राप्त कर लेगा.
बायो-रिफाइनरी की विशेषताएं
• इससे राज्य में गेहूं तथा धान की फसल को जलाए जाने पर होने वाली समस्याओं पर नियंत्रण किया जा सकेगा.
• इससे भूमि की उपजाऊ क्षमता तथा पर्यावरण को हो रहे नुकसान से बचा जा सकेगा.
• इससे बायो गैस से संबंधित अन्य उत्पाद प्राप्त किये जा सकेंगे तथा बायो-रिफाइनरी की सहायता से कम्पोस्ट भी तैयार किया जा सकेगा.
इसके अतिरिक्त राज्य सरकार ने 21,305 करोड़ रुपये के 12 अन्य समझौता ज्ञापनों पर भी हस्ताक्षर किये. इसमें न्यूरॉन सोल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ 300 मेगावाट सोलर प्लांट एवं 150 मेगावाट सोलर प्लांट की स्थापना हेतु समझौतों पर हस्ताक्षर हुए. इसके अतिरिक्त बायोमास पावर प्लांट लिमिटेड, नवरत्न ग्रुप के साथ 100 मेगावाट विद्युत् उत्पादन, भारतीय सुक्रोज लिमिटेड के साथ सह-विद्युत् उत्पादन संयंत्र के लिए तथा इम्पीरियल सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के साथ 50 मेगावाट के संयंत्र की स्थापना के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किये गये.
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